पपीता की खेती कैसे की जाती है| papita ki kheti puri jankari
पपीता की खेती कैसे की जाती है| papita ki kheti puri jankari
अनुकूल समय|
सबसे पहले बात करते हैं अनुकूल समय तो बरसात के लिए 8 जुलाई और अगस्त महीने की आस पास दोस्तों पौधरोपण कर सकते हैं गर्मियों के लिए अक्टूबर से लेकर नवंबर के मध्य पौधरोपण कर सकते है भूमि के ऊपर बात करें तो सभी प्रकार कर सकते हैं ज्यादा उत्पादन के लिए काली मिट्टी काली दो माता हल्की दोमट है और साथ ही बलुई दोमट काफी उपयुक्त है मेड़ता की पीएच वैल्यू 5.5 से लेकर 15 तक चल जाती है उत्तम का प्रबंध होना दोस्तों और खीर की तैयारी में एक से दो बार आपको कल्टीवेटर सर प्रवीण से समतल कराना है और हरु की मदद से मिट्टी को ठीक तरीके से भुरभुरी करा लेना चाहेंगे |
वायरस|
पपीते की फसल से दोस्तों वायरस से फैलता है जो भी खासकर हेलो मोजैक वायरस लिपकलर वायरस न फैले इसके लिए खेत के चारों साइड दोस्तो आप को पांच साडे 5 मिनट वाली ग्रीन नेट खींच लेनी तारबंदी होना बहुत ज्यादा जरूरी है |
तो हर मदद से ठीक तरीके से आपको मिट्टी को भी करा लेना है खासकर उत्तम जल निकास का प्रबंध होना बहुत ज्यादा जरूरी है|
टेंपरेचर|
टेंपरेचर करें तो मिनिमम 16 से 17 और अधिकतम 10 से 36 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर काफी उपयुक्त दोस्तों माना जाता है फ्लावरिंग जब शूटिंग सेट हो रहे हो तो 12 डिग्री सेल्सियस से लेकर 32 डिग्री सेल्सियस के बाद टेंपरेचर यदि होता है तो बहुत अच्छे से प्रोटीन सेट होने वाली है |
सीट्स|
प्रति एकड़ सीट्स खेती कर रहे नर्सरी तैयार कर रहे हैं तो लगभग 25 से 30 ग्राम सीट की आवश्यकता पड़ने वाली है प्रत्येक काल प्लांट्स एंड प्लांट डिस्टेंस की व दोस्तों बात करते हैं तो यह मान लीजिए यदि आप पौधे से पौधे की दूरी 6 मिनट और लाइन से लाइन की दूरी 7 फिट रखते हैं तो एक एक कलम है 1050 पौधे के आसपास दोस्तों आपको एक ही प्लांट्स की रिक्वायरमेंट पड़ने वाली है
इसमें पपीते की दोस्तों खासकर एक ताइवान रेड लेडी 786 के नाम से आती है जो कि काफी ज्यादा उत्पादन और सबसे ज्यादा पपीते की वैरायटी लगाई जाने वाली किस्मों के नाम से आती है विनायक के नाम से आती है के नाम से दोस्तों आती है और साथ ही अनार की आती है आप लगा सकते हैं |
वेशएल डोज और खादों|
वेशएल डोज के ऊपर विश्लेषण करते हैं कर रहे हो किसकी तैयारी कर रहे हो तो कौन कौन सी खादों का प्रयोग करना चाहिए दो ट्रॉली गोबर की पक्की हुई खाद लेना है बीजेपी 40 किलो सिंगल सुपर फास्फेट पाउडर फॉर्म वाली 100 किलोग्राम और आरोपी मृतक पोटाश 30 किलोग्राम इन सब को मिक्स करके जवाब बैड तैयार कर रहे हो यहां आपको करना उस समय आप को प्रति एकड़ की दर से जानकारी शेयर कर रहे हैं इन सभी को एक-एक कण में आपको प्रयोग करना चाहिए |
मल्चिंग पेपर|
दोस्तों पौध रोपण करते हैं मल्चिंग लगाते हैं तो बहुत अच्छी बार-बार देखने के लिए मिलने वाली है वेट तैयार करने से रूट डेवलपमेंट काफी अच्छा होता है तो व्हाट्सएप की दूरी 7 फीट की चौड़ाई ढाई फीट की ऊंचाई रखनी चाहिए थोड़ा ज्यादा हो जाती है तो नहीं होता है और हमारा पौधा का भी बेड प्रिपरेशन कर आना चाहिए|
ड्रिप इरिगेशन और मल्चिंग पेपर|
ड्रिप इरिगेशन 16mm भी लगा सकते हैं 20mm भी आप लगा सकते हैं बटन वाली ट्रैक्टर वाली आप इंस्टॉल करा सकते हैं यदि मल्चिंग पेपर के ऊपर बात करें दोस्तों वैसे तो आप चाहें तो बिना मल्चिंग पेपर की भी पपीते की खेती कर सकते मल्चिंग पेपर पर लगाते हैं तो 30 माइक्रोन का मल्चिंग पेपर आप लगा सकते हैं इससे खरपतवार मुक्त फसल रहती है|
पौधरोपण|
पौधरोपण के ऊपर दोस्तों बात करते हैं प्लांटेशन तो सर्वप्रथम यहां पर आपको फील्ड पर पौधरोपण का नया 15 से लेकर 30 दिन पहले एक वाक्य का गड्ढा खोद लेना है 1 फीट चौड़ा 1 फीट गहरा और 15 दिन की कम से कम तेज धूप लग जाए जिससे हर्बल इंसेक्ट है जो नुकसान पहुंचाने वाले की टन ma.in से काफी वर्गीय आप को कंट्रोल में लेगा तो इन बातों को फॉलो करके और जब आप पौधरोपण कर रहे हो दोस्तों तो फिर आप को पर्याप्त मत कर पर सिंचाई करना है|
खादों के नाम|
जो खादों के नाम बताएं गोबर खाद डीएपी एसएसपी m.o.p. इनका आपको प्रयोग करना है इन सभी खातों को दोस्तों आपको पौध रोपण करते समय एक एक पौधे को लगाकर पौधरोपण करना चाहिए पौधा एकदम सीधा हो आप चाहे तो नर्सरी से जो बागवानी नर्सरी यहां से पौधे व्हाय कर सकते हैं इस प्रकार पौधे जैसी आप है पौधरोपण करते हैं तो सिंचाई पर विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए|
खरपतवार नियंत्रण|
खरपतवार नियंत्रण के ऊपर बात करते हैं तो खरपतवार पपीता की फसल पर निराई गुड़ाई की दोस्तों आवश्यकता पड़ती है खरपतवार जितनी ज्यादा साफ-सफाई रखेंगे उतना ही हमको लीफ कर लो वायरस पर प्रोटेक्शन मिलेगा और कीट पतंगे कम प्रकोप देखने के लिए मिलने वाला तो निराई गुड़ाई और खरपतवार मुक्त फसल रखना चाहिए |
सिंचाई|
दोस्तों सिंचाई के ऊपर तो पपीते की फसल पर बहुत ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं पड़ती है हल्की हल्की सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है और समस्या आती है शक्ति ड्रिप इरिगेशन से भी सिंचाई कर सकते हैं पपीते की फसल पर आपको वाटर मैनेजमेंट को सुधार कर रखना चाहिए इससे पैदावार बढ़ती है और ज्यादा सिंचाई करने से न केवल पैदावार घटी है बल्कि पीलापन की समस्या भी देखने के लिए मिलती है अगले सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक पर दोस्तों बात करते हैं |
प्रेस शेड्यूल|
इस प्रेस शेड्यूल और कीट प्रबंधन सी बीमारी आती है उनका इलाज आइए समझते हैं कि प्रबंधन के ऊपर दोस्तों बात करते हैं कौन-कौन से खेल आते हैं प्रमुख रूप से अलओलिव कल वायरस है मोजैक वायरस ऐप्स एडजेस्टेड सफेद मक्खी फिल्म मक्खी रेडमोमेंट्स के साथ-साथ दोस्तों तंबाकू इंडिया दिल्ली से मिलो पार्षद वार्ड क्रमांक 10 फुटबॉल की समस्या देखने के लिए मिलती है तो जैसे फंगस का होता है पाउडर सकती है वहीं डिजीज में बैक्टीरिया बेल्ट है तना सड़न है फ्रूट करें उनकी समस्या फल बदला नो प्रॉब्लम पर अपने से समस्या देखने के लिए मिलती है तो दोस्तों आपको हम कुछ दवाइयां बतलाते हैं जिनका रिजल्ट और जो परिणाम है बहुत अच्छे हैं|
यदि सफेद मक्खी एफजेड मिली बा का प्रकोप देखने के लिए दोस्त मिलता है तो इन तीन कीटनाशक में से कोई एक 15 लीटर की दर से सकते हैं इन तीन चार फंगीसाइड में से कोई एक फंगीसाइड दोस्तों आपको इस प्ले करना है 15 लीटर की दर से यदि समस्या है तो आप कोचिंग करना है दोनों में से कोई एक फंगीसाइड खासकर बाय कंप्लीट काफी अच्छा काम करेगी और साथी ट्राइकोडरमा बहुत बढ़िया काम करती है तो 250ml पौधा की दर से आपको दोस्तोंटन चेक करने दो तीनों में से कोई एक को यदि फल-फूल ड्रॉप में सो रहे हैं तो फिर इन दोनों में से कोई एक है जो प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर है इस पर दोस्तों आप कर सकते हैं बार-बार नहीं हो रही है तो इन दोनों में से कोई एक 15 लीटर की दर से ब्रांड प्रमोटर कर सकते हैं आपस में मिक्स करके जालौन पास देखा सिंचाई कर सकते हैं यदि दोस्तों पपीते की फसल पर फल फूल कमा रहे हैं तो उसके लिए प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का प्रयोग कर सकते हैं सवाल एप्लीकेशन से 80ml कटार को जड़ों के पास देकर आप सिंचाई कर सकते हैं |
यदि दोस्तों पत्तों पर स्क्रीन की समस्या देखने के लिए मिल रही है तो इन दोनों में से कोई एक कीटनाशक का आप भी कर सकते हैं अब यह तो आपको बतलाया कि कौन सी बीमारी आती है उनका इलाज लेकिन समझते हैं कि यदि आप से भी कर सकते हैं जो कि हम आपको बताते हैं कि कितने दिन की फसल होती है तो कौन सा स्प्रे चलाना चाहिए तो फर्स्ट ट्रांसप्लांट 30 से 50 दिन के आसपास की फसल होती है तो इन तीनों को उसी के दर से आपको रोज बतला रहे हैं सेकंड स्प्रेड ट्रांसप्लांट से 80 दिन से लेकर 120 दिन की मध्य इन तीनों को मिक्स करके स्प्रे कर सकते थर्ड 150 से 160 दिन की फसल होती है और इस पृथ्वी से तो उस दिन के आसपास की फसल होती है तो इन को आपस कर किस प्रकार सकते जो कि आप फोटो देख रहे हैं इस प्रकार दोस्तों आपको इस शेड्यूल चलाना चाहिए |
पैदावार देखने|
पैदावार देखने के लिए नहीं मिलेगी अच्छी फलों का प्रति पौधा जो फल लगते हैं उतनी बड़ी क्वांटिटी पर देखने के लिए नहीं मिल पाएंगे तो प्रॉपर न्यूट्रिएंट्स पूर्ति करना बहुत ज्यादा जरूरी पोषक तत्वों की डिफिशिएंसी से उत्पादन में काफी ज्यादा गिरावट देखने के लिए मिलती कि आप साधारण तरीके से खेती कर रहे हैं तो आप ही कर सकते हैं फर्स्ट 40 दिन के बाद होती है तो इन तीनों खानों को मिक्स करके प्रयोग करें खूंखार 180 से 200 दिन की मध्य आपको इन खातों को प्रयोग करने से शानदार परिणाम देखने के लिए मिलेंगे साधारण तरीके 50 दिनों की मध्य खातों को एक दिन में एक आद प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करना चाहिए सेकंड कॉन्बिनेशन साधन से लेकर 120 दिन के माथे सात सात दिनों के अंतराल पर खादों का प्रयोग कर सकते हैं थर्ड कंपटीशन 130 से 1 दिन में एक खातिर 67 दिन का अंतर रखना है फिर सेकंड खा तो इस हिसाब से फर्टिगेशन शेड्यूल चलाना चाहिए|
लाइफ साइकिल |
लाइफ साइकिल को पर दोस्तों बात करते हैं कि जो पपीते की फसल है यह है लगभग लगभग 3 साल के आसपास की फसल है जो फर्स्ट हार्ड वेस्टिंग है 7 महीने से शुरू हो जाती है 3 साल के आसपास चलती है 7 महीने में फर्स्ट हार्वेस्टिंग के लिए जो फसाने वह तैयार हो जाती है|
प्रोडक्शन|
प्रोडक्शन के ऊपर दोस्तों बात करते हैं इसके जी जो पूर्व छपा वादा है एक पौधे से 30 किलोग्राम पालकी आप हार्वेस्ट इन ले सकते हैं हमने 1050 पौधे बताएं हैं 1000 पौधे ही मान लेते हैं तो यदि हम * कर देंगे तो 30000 केजी यानी 300 क्विंटल 1 एकड़ में दोस्तों पैदावार होने वाली है |
लागत|
एक सिंचन पर लागत के ऊपर बात करते हैं तो जो लागत है 1 एकड़ में पपीते की फसल में मिनिमम कम से कम यह मान लीजिए 50 से ₹65000 कीमत की कार में लागत लगने वाली है इसमें पौधे का खर्च का स्प्रे के तैयार प्लांटेशन निराई गुड़ाई सब जो खर्च है कॉस्ट इंक्लूड है|
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