करेला की खेती कैसे की जाती है karela ki kheti Puri jankari
करेला की खेती कैसे की जाती है| karela ki kheti Puri jankari
सबसे पहले बात करते हैं उन्नत किस्मों
सबसे पहले बात करते हैं उन्नत किस्मों के बारे में तो करेली की उन्नत किस्में कौन सी है जो बेस्ट उत्पादन देने वाली वैरायटी है हम उन्हीं के बारे में डिस्कस करने वाले हैं तो राशि हाईवे इसकी नूर जीरो छब्बीस एग्रीसीड्स w810 नन्हे मुख्यमंत्री वीएनआर आकाश east-west की प्राची भी काफी वैरायटी है और उसकी अनुष्का F1 वैरायटी को आप लगा सकते हैं इसके अलावा और खेती करने के लिए कौन सा है आप करेले की खेती कर सकते हैं और बरसात के लिए आप जून जुलाई-अगस्त महीने पर आप करेले की रोपाई या घर बुवाई कर सकते हैं और मिट्टी के बारे में बात करें तो करेले की फसल के लिए न्यूनतम और अधिकतम टेंपरेचर 15 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर की आवश्यकता पड़ती है है और वह ईश्वर की बात करें |
काली मिट्टी
तो काली मिट्टी काली दो मार्ट लाल मिट्टी पीली मिट्टी एवं उपयुक्त फल पर जिसकी मृदा का पीएच मान 5.5.5 माना जाता है ईद की तैयारी कर रहे हैं खेत की तैयारी करना बहुत ही महत्वपूर्ण विषय और बहुत ही जरूरी काम है तो खेत की तैयारी आप काफी अच्छी तरीके से करना चाहिए तो सर्वप्रथम मीडियम गहराई में चलने वाले कल्टीवेटर से आपको पहली दूसरी ताई कराना है यदि आप व्हाट्सएप पर करेले की खेती करना चाहते हैं तो गर्मियों के डांस जी आपसे कुछ इस प्रकार आप खेत की तैयारी करा लीजिए और कम से कम 1 महीने कीअन्य प्रकार के बूंदी जनित रोगों से छुटकारा पा सके तो शादी कर रहे हैं तो गर्मियों पर ही आपको चलवा लीजिए या फिर आप कर्मियों पर खेती कर रहे हैं दो बार दो से तीन ट्राली पूरे खेत में गोबर की खाद बिखेर कार रूट बेटा से खेत को समतल करा लीजिए अब हमारी फीड एकदम पूरी तरह तैयार हो चुकी है आप तैयार कर सकते हैं बैड तैयार किस प्रकार करना है करेले की फसल पर तो कृपया ध्यान से सुनिए व्हाट्सएप की दूरी 2:30 से 3:30 तक रख सकते हैं चौड़ाई 3 फीट रख सकते हैं और वेट की ऊंचाई 1 फीट आप रख सकते हैं इस प्रकार इस प्रकार बैठ तैयार कर सकते हैं मल्चिंग पेपर की बात करें तो करेले की फसल 25 मालचिग पेपर लगा सकते हैं ड्रिप सैनिटेशन फसल पदार्थ 16mm इनलाइन ड्रिप इरिगेशन सिस्टम को इंस्टॉल कर सकते हैं बात करते हैं|
नर्सरी तैयार
नर्सरी तैयार आप किस प्रकार घर में ही एकदम सरल आसान विधि से सस्ते रूप में कैसे करेले की नर्सरी तैयार कर सकते हैं तो कृपया ध्यान से सुनिए जो हम नर्सरी तैयार करने का तरीका बदला रहे हैं आप फिर उतरे पर घर पर ही तंबू या फिर झोपड़ी बनाकर एकदम स्वस्थ हरी-भरी नर्सरी मात्रा 20 से 25 दिनों पर आप तैयार कर सकते ट्रांसप्लांट के लिए तैयार हो जाएगी तो आवश्यक सामग्री है आने वाले हैं और प्लास्टिक की पुत्री की आवश्यकता अनुसार हमको जरूरत पड़ने वाली है तो सड़क पर नारियल और बारहवीं कंपोस्ट को ठीक तरीके से से मिला लीजिए उसी मिश्रण पर आप इस फंगीसाइड यानी गारमेंट्स और मैन कुजा भक्त हूं ना सको ढाई सौ ग्राम मिला लेना और ठीक तरीके से मिक्सर लेना है और आपको उसके बाल टूटने पर भार का कुछ इस प्रकार हुआ कर देना है तीन से चार दिनों तक कुछ इस प्रकार आपको मल्चिंग में करके जल्दी जाते उसके बाद आवश्यकता है खूब दिख रहा है तो मैनकोज़ेब और कार्बेंडाजिम एक फोन आ सकता आप छिड़काव कर सकते हैं 1 लीटर पानी में एक ईमेल की दर से इस फ्री कर सकते हैं यदि आप की नर्सरी पर कोई वस्तु शक्ति दो का प्रकोप दिख रहा है अटैक है तो आप इमिडाक्लोप्रिड का भी छिड़काव कर सकते हैं यदि आपको तैयार करते हैं तो मात्र भी तैयार हो जाइए तैयार हो जाएगी लगभग 4000 से 5000 पौधों की आवश्यकता पड़ने वाली है |
सीट्स की बात
यदि सीट्स की बात करें तो फालतू लग बाल गिरने का 500 ग्राम से लेकर 600 ग्राम सीड्स की रिक्वायरमेंट पड़ने वाली है उसके बारे में बात करते हैं यानी जब आप बैठ तैयार कर रहे हो तो उस समय आपको कौन-कौन सी खाद बीज सैंडोज के रूप में देनी है तो लगभग तीन से चार ट्राली को वही खाते हैं 50 किलोग्राम अमोनियम फास्फेट खादइन सभी को मिक्स करके बैठ के ऊपर देकर बैठ राज्य से अवैध तैयार करा लीजिए जो 6526 गोबर की खाद डीएपी सिंगल सुपर फास्फेट m.o.p. खा लो हमको देना है जिन किसान भाइयों की खेती है मटकी अंतराल पर आपको प्लांटेशन करना है यानी पौधे से पौधे की दूरी हम तो फिर रख सकते हैं और एक एक पौधे की प्लांटेशन करना चाहिए मिट्टी को हल्के हाथों से प्रयास करना है कुछ इस प्रकार पौधा एकदम सीधा रहना चाहिए और बात करते हैं |
सिंचाई
सिंचाई आनी इरीगेशन तो करेले की फसल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करना है यदि है तो थोड़ा जल्दी-जल्दी सिंचाई करनी पड़ेगी और कहीं है तो आप एक से डेढ़ घंटे रोजाना सिंचाई करते हैं तो अभी आपको काफी अच्छे रिजल्ट प्राप्त होंगे ऊपर भी लिखा कर रहे हैं आप तो फ्लैट वेरिएशन से आप 4 से 6 दिनों के अंतराल पर आप सिंचाई कर सकते हैं यदि आप सामान्य तरीके से खेती कर रहे हैं सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक पर बात करते हैं करेले की बधाई यदि आप बरसात पर करेले की खेती कर रहे हैं तो बांस के मंडप जरूर बनाइए बांस के मंडप तैयार करने की स्ट्रक्चर तैयार करने की जो सबसे सरल और आसान विधि कौन सी है कृपया ध्यान से सुनिए आपको लगभग 1500 मजबूत और होना चाहिए ध्यान रखें और मजबूतसब्बल से कुछ इस प्रकार गड्ढे कीजिए कुछ इस प्रकार हैमर की मदद से सीडी रखकर बांसों को बढ़ाएं और बसों को आप को लगा मिट्टी के अंदर डेढ़ से दो फीट बढ़ाना है |
उसके बाद आपको जो मां से बात की पूरी रखनी है 10 फीट आप रख सकते हैं और जो स्ट्रक्चर की ऊंचाई है आप 7 फीट ऊंचाई रख सकते हैं काफी पर्फेक्ट और काफी अनुकूल मानी जाती है कई किसान भाई स्ट्रक्चर की ऊंचाई रखते हैं थोड़ा सा रोज आती है तो जो चाहिए वह घट जाती है तो इसलिए आप साथ ऊंचाई रखना चाहिए स्ट्रक्चर किए काफी अच्छी मानी जाती है कुछ उसके बाद आप इस प्रकार से खींचे दो-दो फीट की ऊंचाई पर आपको लगभग तीन से चार लिखी थी चाहिए उसके बाद जो आप इस आर्टिकल को देख रहे हैं टॉप की राशि होती है काफी मजबूत होनी चाहिए|
जो पूरा का पूरा भजन झेल सके उसके बाद आपको धागे से बुनाई करनी है कुछ इस प्रकार आप देख सकते हैं जो आप इस आर्टिकल को देख रहे हैं इस प्रकार था देखो आपको बधाई करनी है जब फसल प्लांटेशन से 15 से 20 दिन की हो जाए 20 दिनों के अंदर आपको ठीक तरीके से यह स्ट्रक्चर वास का मंडप बना देना चाहिए उसके बाद शाखा को धागे पर लपेट देना चाहिए और समय-समय पर शाखाओं को ऊपर चढ़ा कर रहना चाहिए खेत में वेद और चारों तरफ साफ सफाई होना बहुत ही जरूरी है तो कुछ इस प्रकार आप स्ट्रक्चर तैयार कर सकते हैं सबसे सरल और आसान मेथड है|
एक्सप्रेस शेड्यूल
अगले ऊपर बात करते हैं एक्सप्रेस शेड्यूल जो काफी ज्यादा इंपोर्टेंट है और किसान भाइयों के लिए काम की बात हुई है तो करेले की फसल पर हम जानते हैं कि कौन-कौन से खेल आते हैं भंगा शादी डीजे जाते हैं बीमारी आदि उसी के अनुसार हमको छिड़काव लेनी चाहिए तो हम आपको इस प्रेस शेड्यूल बताने वाले हैं तो इस प्रेस शेड्यूल जानने से पहले हम समझते हैं करेले की खेती करते समय कौन-कौन से कीट आते हैं कौन-कौन से फंगस आते हैं तो कीटों की बात करें तो फल मक्खी आती है यानी फ्रूट फ्लाई आती है सफेद मक्खी आती है रस चूसा कीड़ों का प्रकोप देखने के लिए मिलता है और हरीश फ्रूट बोरर के सांस के बारे में प्रकोप से सलाम की समस्या बढ़ती है|
तो फ्रूट फ्लाई की रोकथाम करने के लिए आप फ्रूट फ्लाई फेरोमेन ट्रैप का इस्तेमाल जरूर करें करेले की फसल पर फर्स्ट स्प्रे तू जब करेले की फसल ट्रांसप्लांट से टीवी से 10 से 15 दिन की होती है तो हम कॉन्फिडेंस में 15 लीटर पानी में घोलकर के छिड़काव कर देना है हम आपको जो दूध बता रहे हैं जो 2 से 15 लीटर पंप की दर से ही हम आपको रोज बता रहे हैं जो आप इस आर्टिकल को देख रहे हैं यह करें लिखित फुल डोज स्प्रे सेटिंग आप इस आर्टिकल पर देख सकते हैं कौन सी खादों का इस्तेमाल करना चाहिए यदि आप एड्रेस पर खेती कर रहे हैं तो पार्टी के साथ शेड्यूल किस प्रकार रखना है कितने दिनों का अंतराल में शुरुआती चरणों पर कौन सी खादों का इस्तेमाल करना है इसकी जानकारी शेयर करने वाले यदि आप सामान्य तरीके से करेली की खेती करते हैं तो उसका शेड्यूल किस प्रकार रखना है इसकी जानकारी के लिए आर्टिकल को बिना पढ़िए|
स्टार्ट करते फर्टिगेशन सेटिंग शुरुआती चरणों से लेकर यानी जब आपने प्लांटेशन की है फूल आने तक वनस्पतिक अवस्था होती है तो आप वनस्पति इस चीज पर यानी वचनों प्लांटेशन से लेकर आने तक आप एनपीके 19 19 19 17440 और 12610 जैसी एनपीके खाद आप दो से 3 किलोग्राम ट्रिप में छोड़ सकते हैं लेकिन तीन से 4 दिनों के अंतराल रखकर आप इस एनपीके खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं यदि की फसल एक्स जीरो 17440 सीखा दो को आप है तीन से चार किलोग्राम 3 से 4 दिनों के अंतराल पर आप ड्रिप सिंचाई से प्रयोग कर सकते हैं इसके अलावा हमारी करेले की फसल फ्रूट एंड स्टेज पर होती बल्कि अवस्था पर होती है तब आप एनपीके 0 0 50 13 40 13 13045 मैग्नीशियम सल्फेट अमोनियम सल्फेट कैल्शियम नाइट्रेट आवश्यकता अनुसार 2 से 3 किलोग्राम 4 किलोग्राम तक आप दिनों के अंतराल पर छोड़ सकते हैं अनु को आवश्यकता अनुसार आपको प्रयोग करना चाहिए लाइफ साइकिल के ऊपर बात करते तो करेले की फसल की जो लाइफ साइकिल है|
प्लांटेशन से लेकर एंड तक लगभग 120 से 125 दिन की यह फसल है और यदि लागत के बारे में बात करें तो आपको लागत जो लगने वाली है ₹100000 से ₹120000 के आसपास सभी लगते आने वाली है यदि द फर्स्ट ईयर करते हैं फर्स्ट साल करते हैं तो आपको जो ड्रिप का घर जाने वाला है और भी आपको आधार खर्च आने वाला बस का खर्च आएगा यदि आप सेकंड ईयर करते हैं तो जो बांस का खर्च है ड्रिप का खर्च है या बचने वाला और काफी आपको अनुभव भी आ जाएगा तो जो फर्स्ट ईयर होता है किसी फसल यदि आप डर पर खेती कर रहे हैं तो उसका जो खर्च है महंगा ही पड़ता है अब बात करते उत्पादन के बारे में जो हर एक शान भाई जानना चाहता है कि जो उत्पाद पाद आने के कारण से कितना उत्पादन निकलता है तो उत्पादन डिपेंड और निर्भर करता है वह राही कि आपने कौन सी वेराइटी लगाइए अनुसार ही उत्पादन देखने के लिए मिलता है 170 से 80 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से उत्पादन निकाल सकते हैं लेकिन हम आपको रिक्वेस्ट करेंगे |
उन्नतशील किस्मों
आप उन्नतशील किस्मों का ही वेराइटी का ही चुनाव करें और आप ही के काल से 10 से 12 यानी लगभग 100 से 24 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से उत्पादन निकाल सकते हैं मुनाफा के ऊपर बात करें तो आप को काट कर भी आप डेढ़ लाख रुपए के आसपास आप 1 एकड़ से कमाई कर सकते हैं|
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