Saturday, 10 December 2022

गन्ने की खेती कैसे की जाती है| gane ki kheti jankari

 गन्ने की खेती कैसे की जाती है| gane ki kheti jankari



अनुकूल समय


सबसे पहले बात करते हैं अनुकूल समय यानी टाइम में तो चुप गन्ने की खेती है आप 2 सीजन कर सकते हैं एक तो आप जावेद के सीजन पका सकते हैं जनवरी से लेकर अप्रैल के महीने पर आप पर प्लांटेशन कर सकते हैं गन्ने की बुवाई कर सकते हैं गन्ने को लगा सकते हैं इसके अलावा गन्ने को आप रबी सीजन पर भी लगा सकते हैं रबी सीजन के लिए जो अच्छा टाइम है सितंबर से लेकर अक्टूबर तक गन्ने की खेती कर सकते हैं यह जो हमने टाइमिंग बताया है आप गन्ने की खेती कर सकते हैं|


भूमि

 बात करते हैं उपयुक्त भूमि गन्ने के खेत कर रहे हैं भूमि की खेती काली मिट्टी काली दोमट इसके अलावा पीली भूमि पर कर सकते हैं और साथ ही भारी जो भूमि होती है मध्यम भूमि पर भी कर सकते हैं लेकिन अच्छा उत्पादन गन्ने की फसल से यदि आप निकालना चाहते हैं अधिक सर्वाधिक उत्पादन लेना चाहते हैं तो इसके लिए  भूमि पर खेती करेंगे काली दोमैंत जो मिट्टी होती है यदि आप खेती करेंगे फार्म करेंगे सुगरकेन की तो काफी अच्छा उत्पादन देखने के लिए मिलेगा मृदा की जो पीएच वैल्यू है 5 पॉइंट 5 तक बेस्ट मानी जाती है मिट्टी को जल धारण क्षमता काफी अच्छी होनी चाहिए उपयुक्त जो जैसे बरसात भी अगर मान लीजिए हो गई तो बरसात का पानी खेत में ठहरना नहीं चाहिए उत्तम जल निकास का प्रबंध भी होना चाहिए और जो स्वयं है मिट्टी से जल धारण क्षमता वाटर भूमि है तो काफी गन्ने की फसल के लिए काफी अच्छी मानी जाती है और जलवायु एवं जलवायु होता है एक बार काफी अच्छा नहीं ले पाता है वजनदार नहीं हो पाता है तो इसलिए अधिक 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापक्रम है तो गन्ने की खेती आप ना करें बाकी 45 से अधिक नीचे का तापक्रम होता है तो आप सफलतम पूर्वक गन्ने की खेती कर सकते हैं|


खेत की तैयारी

 अगली टॉपिक पर बात करते हैं खेत की तैयारी कहानी फार्म परेशान तो गन्ने की खेती आप कर रहे हैं तो इसके लिए हम स्मार्ट तरीके से एकदम मॉडल तरीके से खेत की तैयारी करेंगे तो खेत की तैयारी किस प्रकार की फसल के लिए मीडियम गहराई मीटर है टाइट है या फिर तू तो पहली और दूसरी ब्लोइंग कराना है|


 जुताई कराना है इसके अलावा उसे भी आप खेत की तैयारी करा सकते हैं पहली आप जुदाई करा सकते हैं जैसे आपने कल भी होना जरूरी है मिट्टी को फरवरी कराने के लिए जैसे रोटावेटर होता है रोटावेटर से आपको मिलती को ठीक तरीके से भुरभुरी करा लेना है जितनी अच्छी मिटटी भरी होगी उतना अच्छा गन्ने का रिजर्वेशन देखने के लिए मिलेगा अंकुरा काफी अच्छा होगा तो अब मिट्टी करा लीजिए आप रोटावेटर से या फिर आप हैं या फिर पता लगाकर भी होना चाहिए और खेत के चारों तरफ साफ सफाई होना बहुत ही जरूरी है |



 उन्नतशील किस्मों

 उन्नतशील किस्मों की रिसर्च वैरायटी है और काफी अच्छी इन देने वाली किस्में है अब किसी भी तो टाइप की होती है वह शीघ्र तैयार होने वाली जो आठ नौ 10 महीने में तैयार हो जाती है तो वही जो वैरायटी कुछ ज्यादा ही टाइम लेती है तो जैसे 12 14 महीने भी लग जाते हैं तो आइए तरीके से बात करते हैं कि शीघ्र तैयार होने वाली वैरायटी होती हैं 9 से 10 माह में तैयार होने वाली किस्में कुछ इस प्रकार हैं 17314 जिसका उत्पादन 360 है इसके अलावा का उत्पादन जो 70 क्विंटल प्रति एकड़ है इसके अलावा सीईओ 3750 जिसका उत्पादन 380 क्विंटल के आसपास में प्रति एकड़ इसके अलावा सीओ जवाहर झांसी 10141 जिसका प्रोडक्शन लगभग 375 क्विंटल प्रति एकड़ है इसके अलावा सीओ जवाहर 8672 जिसका उत्पादन तकरीबन 400 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से देखने के लिए मिलती है |


वैरायटी

अब बात करते हैं कुछ ऐसी वैरायटी जो थोड़ा सा टाइम लेती है लेट वैरायटी है 12 महीने में तैयार होने वाली किस्म के बारे में आइए जानते हैं नंबर 165 का उत्पादन 350 का उत्पादन कौन है इसके अलावा सीओ 0238 किसका उत्पादन तकरीबन  435 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से उपज प्राप्त होती है अपनी राज्य और भूमि के हिसाब से क्लाइमेट कंडीशन के हिसाब से उन्नतशील किस्मों का ही आपको चुनाव करना चाहिए |



आइए बात करते हैं बैठ तैयार तो गन्ने की फसल हमको विधि से ही करनी है बेड बनाकर ही गन्ने की बुवाई हमको करनी है और आप जानकारियां शेयर कर रहे हैं प्रति एकड़ की दर से जानकारी शेयर कर रहे हैं तो बैठकर यात्रा इससे आपको वेट तैयार करनी है फ्लावर बेड की जो पूरी देखनी है बेड से बैठकर जो डिस्टेंस रखना है 2 30 से लेकर 3 08 के आसपास आप रख सकते हैं या डिस्टेंस काफी अच्छा माना जाता है और जो बेड की ऊंचाई ऊंचाई लगभग 1 फीट रख सकते हैं यह जो डिस्टेंस है जो बेड बनाने का तरीका बताएं वेपराइजर से इस प्रकार की दूरी पर आप तैयार कर सकते हैं बात करते है|


जुखाम को प्रयोग करनी है उसे हम बेसन रोज कहते हैं अब भाई गने को लगाना है तो हैव इन यूनियन की पूर्ति करनी पड़ेगी जिससे अंकुरण काफी अच्छा हो और यह भी काफी अच्छी प्राप्त हो तो जो बिसेल में बुवाई के समय कौन-कौन सी खादों का प्रयोग करना है आइए समझते हैं बुवाई के समय तो आपको डीएपी डाई अमोनियम फास्फेट 50 किलोग्राम प्रयोग करना है इसके अलावा सिंगल सुपर फास्फेट खाती है और साथ ही न्यूरॉन को 40 किलो ग्राम यदि दीमक की समस्या आती है बायर कंपनी की प्रेजेंट आती है दानेदार इंसेंटिसाइड इसका भी आप प्रयोग कर सकते हैं|


 प्रति एकड़ की दर से इन सभी को मिक्स करना है और इसके साथ तू ट्रॉली गोबर की खाद ताकि विदेशी गोबर की खाद प्रयोग करना है इन सभी को मिक्स करना है और एक बेड के ऊपर लेकर तैयार करा लीजिए तो जो इस प्रकार यदि आप अपने गन्ने की फसल पर देंगे तो गन्ने की लंबाई काफी अच्छी होने वाली है बात करते हैं यानी प्लांटेशनकाय कर रहे हैं तो गन्ने की गांठों को ही लगाया जाता है ने गन्ने के टुकड़ों को ही लगाया जाता है अब यह कि कल पर गन्ने को लगाना है तो कितने गानों की आवश्यकता होगी कितने कुंटल गानों की आवश्यकता हुई करने की आवश्यकता होगी आगे बात करते हैं|


 तो 1 एकड़ गन्ने की जो बैठे हैं लगभग मान लीजिए 25 कुंटल से लेकर 30 क्विंटल के आसपास 1189 की जाने कितनों की आवश्यकता होगी अब तो 4 इंच 10 इंच लंबाई लंबाई तड़पा यदि आप धन्य को लगा रहे हैं तो इतना गन्ने की आपको आवश्यकता पड़ने वाली है|


 आइए बात करते हैं प्लांट डिस्टेंस यानी आप रोपाई कर रहे हैं तो कितनी दूरी पर आपको प्लांटेशन करना गन्ने को लगाना है तो पौधे से पौधे की दूरियां टुकड़ा टुकड़ा की दूरी आपको 20 से 25 सेंटीमीटर आप रख सकते हैं इसके अलावा पंक्ति पंक्ति की जो दूरी आपको रखनी है 3 30 फिर से लेकर 4 मिनट आप रुक सकते हैं इसके अलावा की बात करें तो ढाई से 3 इंच गहराई पर आप गन्ने की बुवाई कर सकते हैं रोपाई कर सकते हैं यह जो डिस्पेंसर काफी अच्छा डिस्टेंस है और इस डिस्टेंस पर आप गन्ने को लगाते हैं तो काफी अच्छे तरीके से यदि आप चाहें तो मल्टीक्रॉप भी ले सकते हैं इंटरक्रॉपिंग आप ले सकते तो यह डिस्टेंस काफी अच्छा माना जाता है वह गन्ने को आपको वेट बनाकर ही आपको रोपाई करनी चाहिए|


 अब बात कर लेते हैं प्रति एकड़ के लिए गन्ने की आवश्यकता हमने तो आपको बता दिया था एक शुक्ला आप लगाएंगे तो 25 से 30 घंटा लगेगा कुछ इस प्रकार भी आप समझ सकते हैं यदि आप एक आंख वाला एक गांठ वाला दुखड़ा लगा रहे हैं तो ईमान दीजिए लगभग लगभग 10 से 12 क्विंटल गन्ने की आवश्यकता पड़ेगी और यदि आप तो आंख है तो नोट्स वाला गन्ने को लगा रहे हैं तो 20 से 22 25 कुंटल अधिकतम 30 क्विंटल तक गन्ना लग सकता है 1 एकड़ में बात कर लेते हैं कंधे उपचार या ना आप लगा रहे हैं उसको उपचार करने से फायदा क्या होगा अच्छा होगा लगते हैं उन पर काफी अच्छा कंट्रोल मिलने वाला है |


तो आपको कंद उपचार किस प्रकार करना है आइए समझते हैं तो आप को 10 लीटर पानी लेना है 50 ग्राम आपको कार्बेंडाजिम 12 परसेंट प्लस में को जब तेरे सर पर सेंड का जो यूपीएल कीजिए साफ हो ना सका आती है इनको ठीक तरीके से खुला है और घोल पर जो दोगले हैं उस पर आपको 10 मिनट तक 10 मिनट से लेकर 30 मिनट तक हम दोनों का रखना है और लगभग लगाते हैं और आप को आपको जर्मन अच्छा मिलता है|


सिंचाई

बात करती है सिंचाई ज्ञानी इरिगेशन गन्ने की फसल पर किस प्रकार सिंचाई करना है तो खरीफ सीजन पर यदि आप गन्ने की खेती कर रहे हैं तो बरसात हो रही है तो उसे आवश्यकता नहीं पड़ती है और यदि सिंचाई नहीं हो रही तो आवश्यकता अनुसार आप ही कर सकते हैं और यदि आप गर्मियों के दिनों पर गन्ने की खेती कर रहे हैं करने का सीजन गर्मियों के दिनों पर है तो 4 से 5 दिन अधिकतम 6 दिनों की सिंचाई कर सकते हैं इस प्रकार आपको करना है तो दो-तीन दिनों की आपको दिल से आपको सिंचाई करना है चलाना है|


अगले टॉपिक पर बात करते हैं सिंचाई की विधियां तो सिंचाई की अलग-अलग जैसे ड्रिप इरीगेशन से लटेरी के सांसद स्प्रिंकलर सिंचाई कर सकते हैं इसके अलावा रेन पाइप से भी आप गन्ने की खेती कर सकते हैं सिंचाई कर सकते तो जब बेटियां हैं अलग-अलग बिधिए तोड़ सकते हैं स्प्रिंकलर सिंचाई कर सकते हैं यदि आप साधारण तरीके से खेती कर रहे हैं पर आप सिंचाई कर सकते हैं फिर भी काफी अच्छा ऑप्शन माना जाता है |


खरपतवार

अगली टॉपिक के ऊपर बात करते हैं खरपतवार की रोकथाम यानी वेट कंट्रोल तो खरपतवार यदि आप कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं तो आप की गन्ने की उपज है उसमें प्रत्यक्ष रूप से गिरावट देखने के लिए मिलेंगे रस चूस कीड़ों का प्रकोप देखने के लिए मिलेगा इसके अलावा पीलापन की भी समस्या आएगी इंसेक्ट पेस्ट जाएंगे तो खरपतवार मुक्त फसल होना बहुत ही जरूरी भी है और अनिवार्य है तो आप खरपतवार दो विधियों से तो मेथड से आप कंट्रोल कर सकते हैं पहली जो विधि है मजदूरों की सहायता से निराई गुड़ाई आप करा सकते हैं और कम से कम दो से तीन बार क्योंकि जो गन्ने की फसल है काफी लंबित सलमान जाती 9 से 10 महीने कुछ वैरायटी वैरायटी लेती है तो मजदूरों की सहायता से दो से तीन बार आपने लड़ाई करा और या तो आप दोनों के बीच में पावर पावर टिलर से दो बार आप दोनों को भी चला सकते हैं |


कुछ एरिया पर जो हमारे किसान भाई हैं मजदूर उपलब्ध नहीं हो पाते हैं तो इसके लिए आप खरपतवार नाशक पर भी जा सकते हैं लेकिन हम आपको रिकॉर्डिंग नहीं करेंगे कि आप खरपतवार नाशक का स्प्रे करें लेकिन मजदूर उपलब्ध नहीं है तो रासायनिक लिया हम आपको कॉन्बिनेशन व चलाने वाले  क्योंकि ए टू जेड आर्टिकल है संपूर्ण जानकारी शेयर करेंगे बस आर्टिकल को पुरा पढ़िए जब हमारी गन्ने की फसल में खरपतवार है तीन से चार पांच छह और सात पती तक के खरपतवार हैं तो यह जुकाम परेशान हैं काफी बढ़िया काम करने वाला है खरपतवार नाशक दवाई सबसे पहला जो आपको कौन सा लेना है मैट्रिब्यूशन सत्तर परसेंट जो कि वे टेबल पाउडर फॉर्म में आती है सौ ग्राम लेना है इसके साथ आपको लेना है आमिल साल्ट इसको आपको 500ml लेना 200 लीटर पानी में घोलकर के स्टीकर मिला करके आपको स्प्रे कर देना चाहती हो सकती हो बताओ श्यामा हो सभी के सभी जो खरपतवार हैं इसी तरीके से कंट्रोल हो जाएंगे तो इस प्रकार भी आप जो मेथड हैं जो विधियां हैं आप मेथड विधियों को अपना सकते शानदार आपको रिजल्ट मिलेंगे इस प्रकार आप खरपतवार की रोकथाम कर सकते हैं|



ब्रंचिंग सेडुल

अब बात कर लेते हैं ब्रंचिंग सेडुल यदि आप वैज्ञानिक तरीके से व्हाट्सएप परंपरागत तरीके से हटकर यदि आप गन्ने की खेती करते हैं तो इसके लिए ड्रिंकिंग करना बहुत ही जरूरी भी है अनिवार्य है और इंपोर्टेंट है क्यों जरूरी है और क्या होती है गाना छोटा होता है अंकुरण के लगभग 30 दिन बाद यानी 1 महीने के मध्य में जो रूट होती है ठीक तरीके से बनवा लें इसके लिए रूट का डेवलपमेंट सही हो ठीक तरीके से पौधा वर्ड वाले तो ड्रिंकिंग जो कि हम घुट्टी कहते हैं घुट्टी देना और एक देना बहुत ही जरूरी है तो आप को 200 लीटर पानी ले और कब करना जरूरी होता है नजरों के पास इसके लिए आप एक काम कर सकते हैं यूं में कैसेट 500 ग्राम लेना है और इसके साथ एनपीके घुलनशील खाल 19-19-19 नाइट्रोजन फॉस्फोरस पोटेशियम है 19 परसेंट इसको आपको लेना है 1 किलोग्राम भाई साहब दोनों को ठीक तरीके से लेना है 200 लीटर पानी में तैयार हो चुका है स्प्रेयर पंप उसका नोजल खोल करके भी आप चेक कर सकते हैं ट्रेनिंग करने से बार-बार काफी अच्छी होती है उपज काफी बढ़िया देखने के लिए हम को मिलती है|



 अगले विषय के ऊपर बात करते हैं इस espre शेड्यूल ना पहचान ना आने बाद भी है और इंपोर्टेंट क्यों है क्योंकि जो हम आपको इस प्रेस शेड्यूल बताएंगे ऐसे कैसे सस्ती बेहतरीन दवाइयों का कॉन्बिनेशन है जो कि आपको बढ़िया नहीं बेहतरीन रिजल्ट देंगी गन्ना वजनदार होगा मोटाई काफी अच्छी देखने के लिए मिलेगी मिठास देखने के लिए मिलेगी रोग बीमारी फंगस जी तमाम प्रकार की समस्याएं हैं आपको बढ़िया कंट्रोल मिलेगा इसके लिए हम समझते हैं सबसे पहले की कौन-कौन सी बीमारियां आती हैं प्रमुख रूप से आते हैं आता है यानी रिलीफ को काट देता है प्रमुख कीट है नुकसान पहुंचाने वाला इंसेक्ट है इसके अलावा शूट बोरर आता है स्टेम बोरर आता है रूठ जाता है जो किसानों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाता है वाइल्डक्राफ्ट की भी समस्या देखने के लिए मिलती है टरमाइट की भी समस्या देखने के लिए मिलती है जैसे कि दिमाग है इसके अलावा जेट है और सफेद मक्खी का प्रकोप देखने के लिए मिलता है यानी व्हाइटफ्लाई का प्रकोप देखने के लिए प्रमुख रूप से हम को मिलता है अर्ध गोलाकार चुनरी लाल सड़न है वह का बोइंग है भ्रष्ट है मिलीबग है और पाउडरी मिलडायू जैसे जो आप डिस्प्ले पर देख सकते हैं प्रमुख रूप से आते हैं और नुकसान हमारी तो भाई साहब हमको भी करना है और जो बीमारी आ रही हैं समझते हैं|


स्प्रे तो गर्मी की फसल थोड़ा सा लंबी फसल मानी जाती है इसलिए जो स्प्रे हैं हम थोड़ा सा लेट स्टार्ट करेंगे फर्स्ट स्प्रे गन्ना बुवाई से लगभग 770 दिन के आसपास की क्रॉप होती है तो हमको फर्स्ट स्प्रे करना चाहिए फर्स्ट पेपर एनपीके 19 19 19 सौ ग्राम की रोक सकते हैं इसके अलावा स्टिकर मिलाकर कि आपको इस प्रकार देना है नीता फस्टस्प्रिंग बात कर लेते हैं सेकंड स्प्रिंग तो गन्ने की फसल बुवाई से 120 से 21 दिन की आस पास की होती है तो सिंजीनता कंपनी कांटेक्ट प्लांट ग्रोथ प्रमोटर है 40ml लेना है इसके साथ प्लस 97 23 का कॉन्बिनेशन है इसको आपको 12ml लेना है और इसके साथ आप को मिक्स करना है वायर कंपनी की एंड ट्रक बनाना हैअच्छी है तीनों को मिक्स करके स्टीकर मिलाकर के 15 लीटर पानी में घोलकर कि आपको स्प्रे कर देना छिड़काव कर देना है बात कर लेते हैं हर डिस्प्ले गन्ने की फसल पर जो तीसरा स्क्री है 160 से 180 दिन की क्रॉप होती है तो तीसरा छिड़काव करना चाहिए कॉपर ऑक्सिक्लोराइड 50% वाली में आती है आपको 40 से अधिक 50 ग्राम आप ले सकते हैं इसके साथ अदामा इंडिया कंपनी की वेबसाइट में किसको पूछ 40ml लेना है इसके साथ व्यक्ति जल जनित रोग आते हैं इस ट्रिप टू साइकिलिंग सल्फेट प्रोग्राम इन तीनों को 15 लीटर पानी में घोलकर के स्पीकर मिला करके आपको इस प्रकार देना शानदार आपको रिजल्ट प्राप्त होंगे आपको रिजल्ट प्राप्त होंगे बात कर लेते हैं 4th स्प्रे तो लगभग 230 से 250 दिन के आसपास होती है तो आपको लगभग लगभग स्प्रे करना चाहिए क्योंकि स्प्रे पंप आपको सौ ग्राम लेना है यह दोनों को मिक्स करके 15 लीटर पानी में घोलकर कि आपको इस प्रकार देना है यह था 4th स्प्रे इसके अलावा किसान भाइयों के थे हमारे चार स्प्रे जो कि गन्ने की फसल पर यदि आप समय रहते आवश्यकता अनुसार  टाइम पास करते हैं तो आएंगे ही नहीं करते हैं क्योंकि निकालते हैं पैडबरी से डरते हो कुछ किसान भाई व्रत विधि से खेती करती है तो खाद दोनों अलग-अलग तरीके से देंगे इस आर्टिकल पर आपको बने रहना है क्योंकि जब नहीं करेंगे आप प्रॉपर नहीं देंगे होगा ना तो बन जाएगी लंबाई मोटाई और बढ़ेगा स्क्रीन के चमक व्हाट इस साइज फॉर वेट बढ़ाने के लिए सबसे पहले बात करते हैं जो किसान भाई गन्ने की खेती साधारण तरीके से करें तो इन खातों को जड़ों के पास लेकर आपसी चाहे कर सकते हैं पहले फर्स्ट जुखाम है 55 दिन से लेकर 75 दिन के मध्य पहले खाद्य सकते हैं|


 यूरिया नाइट्रोजन परसेंट है 1 एकड़ पर इन दोनों को मिक्स करके जड़ों के पास देना है और आपको सिंचाई कर देना है बात कर लेते हैं सेकंड हां सेकंड भाग 110 सहित 25 दिन के मध्य आप सेकंड खा दे सकते हैं यूरिया उर्वरक खाद लगभग लगभग 40 से 45 किलोग्राम इसके लाभ माइक्रोन्यूट्रिएंट्स कंपनी की 5 किलो होती है तो हमको थर्ड खाद देना चाहिए इस घाट पर डीएपी उर्वरक खाद हमको लेना 50 किलोग्राम सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक खाद हमको लेना है लगभग लगभग 50 किलोग्राम इसके साथ यूरिया और हमको लेना है लगभग लगभग 40 किलोग्राम से 45 किलोग्राम इन खाते लेकर जड़ों में देना है खिंचाई कर देना है |


अब बात करते 4th खास तो गन्ने की फसल थोड़ा सा लंबी मानी जाती है तो इसके लिए आपको खुर्द खाता कौन-कौन सी खाद लेना है आइए समझती है तो 240 दिन से लेकर 260 दिन की आस पास की मारी क्लॉक को धोखा भी बूथ नंबर दिखा दे सकते थे क्वालिटी भारतीय कैल्शियम नाइट्रेट उर्वरक खाद 25 किलोग्राम लेना है हमको एक एकड़ के लिए और संपूर्ण जानकारी बंटी परसेंट वाली हो राम को लेना है 500 ग्राम इन दोनों को मिक्स करके जनों के पास नहीं कर रहा हूं सिंचाई कर देना अब बात करते हैं जो किसान भाई खेती कर रहे हैं तो बिग किस प्रकार खाद को दे सकते हैं किस प्रकार प्रॉपर नाइट्रोजन फॉस्फोरस पोटेशियम सल्फेट कैल्शियम आयरन की पूर्ति करें जड़ो का विकास नहीं होगा गन्ना मजबूत नहीं रहेगा तुम गन्ने की बधाई करना भी जरूरी है इसके अलावा उनके सर से ज्यादा अच्छा होता है तो हम बात कर रहे थे जो किसान भाई खेती कर रहे हैं तो बेकार किस प्रकार छोड़ सकते हैं तो फर्स्ट जुकाम भी इंसान हैं 50 दिन से लेकर 120 दिन के मध्य आप खातों को 10-10 दिनों के अंतराल पर छोड़ सकते जैसे एनपीके 19 19 19 2 किलोग्राम 2 किलोग्राम 2 किलोग्राम इनको आप लगभग 10 दिनों के अंतराल पर प्रति एकड़ 2 किलोग्राम की दर से 1 दिन में एक काकू आप छोड़ सकते हैं|


 बढ़िया आपको रिजल्ट प्राप्त होंगी बात कर लेते हैं सेकंड कॉन्बिनेशन जो सेकंड कॉन्बिनेशन है गन्ने की फसल जमाल जी 13057 के आसपास की होती है तो एनपीके 05234 2 से 3 किलोग्राम अधिकतम इसके अलावा एनपीके 13 40 13 3 किलोग्राम माइक्रोग्राम इसके अलावा लगभग 10 दिनों के अंतराल पर प्रयोग प्करना चाहिए बात कर लेते हैं थर्ड फॉर्म मेरे साथ तो गन्ने की फसल पर खादों के नाम बताएंगे तो 100 दिन से लेकर 280 दिन के आसपास के मध्य की जानकारी क्रॉप होती है तो 1 दिन में केवल एक हाथ प्रयोग करनी है एकदम सभी खादों का प्रयोग नहीं करना 1 दिन में एक खास दिन का अंतराल आना है आप छोड़ सकते है जैसी एनपीके जीरो जीरो 504 से 5 किलोग्राम छोड़ सकते हैं इसके अलावा एनपीके 13045 चार से पांच किलोग्राम इसके अलावा आफ कैलशियम नाइट्रेट 5 किलोग्राम माइक्रोन्यूट्रिएंट्स सुखराम इसके अलावा एक और जोक याद आती है इसको भी आप 5 किलोग्राम इसके अलावा मैग्निशियम सल्फेट 5 किलोग्राम को 10 दिनों के अंतराल पर छोड़ सकते हैं इस प्रकार यदि आप यकीनन काफी अच्छी इल्ड प्राप्त होगी आप खुद प्रैक्टिकली देख पाएंगे बात कर लेते हैं लाइफ साइकिल तो जुगाड़ लिक ऑफिस की एक बाहू बरसी क्रॉप है यानी एक सीजन में लगा लिया लगभग तीन चलता है कि जनाब काट दीजिए फिर दोबारा रुक जाएगा फिर आप प्रॉपर न्यूटन की पूर्ति खाद दवाइयों का प्रॉपर स्प्रे करें तो इससे फायदा क्या होगा इससे फायदा यह होगा एक् सीजन लगाइए 3 सीजन काटिए साइकिल तो खुशियां सी वेराइटी होती है जो शीघ्र तैयार हो जाती है जैसे 9 से 10 महीने में तैयार हो जाती खुशियां सी वेराइटी है जो हमने वैरायटी का जब टॉर्च चालू था उस टाइम बताया था तो कुछ वैरायटी शीघ्र तैयार होने वाले 9 से 10 महीने लेती हैं तो कुछ वैरायटी थोड़ा सा तैयार होती है थोड़ा सा समय लेती 12 महीने में भी होती हैलाइफ साइकिल  पर डिपेंड और निर्भर करती हैं|

 


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