चने की खेती कैसे की जाती है| chane ki kheti jankari
चने की खेती कैसे की जाती है| chane ki kheti jankari
समय क्या होगा चने की खेती का
अनुकूल समय तो चने की खेती आप सबसे पहले दोस्तों बात करते हैं अनुकूल समय तो चने की खेती आप अक्टूबर से लेकर नवंबर के मध्य बुवाई कर सकते हैं लेकिन अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक हमारे किसान भाइयों को अक्टूबर मध्य से लेकर नवंबर मध्य तक बुवाई कर सकते हैं लेकिन अक्टूबर का अंतिम जो भी होता है काफी अनुकूल माना जाता है बाकी 15 नवंबर तक काफी बढ़िया टाइम माना जाता है तो यह अक्टूबर और नवंबर मध्य पर हमारी किसान भाइयों को बुवाई करनी चाहिए|
टेंपरेचर
और इसके अलावा टेंपरेचर यानी क्लाइमेट कंडीशन सूचना की जो क्रॉप है या दोस्तों प्रमुख रूप से रबी सीजन में उगाई जाने वाली फ्रॉक फसलों में से एक है और दलहनी फसल है दलहनी फसलों पर सल्फर की उतनी ही आवश्यकता पड़ती है जितनी नाइट्रोजन फास्फोरस पोटाश की पूर्ति आपको जरूर करना चाहिए इसके लिए टेंपरेचर के बारे में बात करें तो न्यूनतम डिग्री सेल्सियस की बात करें हैं तो कम से कम 10 से 12 और 15 तक चल जाता है और अधिकतम की बात करें दोस्तों तो लगभग 30-35 और 36 38 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान काफी अनुकूल माना जाता है|
भूमि और खेत की तैयारी
भूमि और खेत की तैयारी दोस्तों जो फसल है खेती पर भी काफी अच्छे से परफॉर्मेंस देती है उतनी ज्यादा सिंचाई की फसल के लिए आवश्यकता भी नहीं होती तो सिंचाई बहुत जरूरी होती दोस्तों चने की फसल पर क्योंकि फ्लावर स्टेज पर सिंचाई कर दोगे तो नुकसान होगा फायदा उसके बारे में हम आपको बताने वाले हैं तो हम बात कर रहे थे भूमि और खेत की तैयारी तो दोस्तों जो भूमि हैं आप काली मिट्टी काली दोमैट वाली जमीन पर आप चने की खेती कर सकती है हल्की धुंध भी है तो अभी अच्छा उत्पादन देने वाली वैरायटी के बारे में साफ-सफाई रहना चाहिए एकदम में समतल होना चाहिए तारबंदी होना बहुत ही जरूरी है और मैं ताकि पीएच वैल्यू 5.5 सल्फर की जरूरत करें तो साल भर की पूर्ति सस्ते में हो जाए तो बुवाई के समय 50 किलोग्राम जिप्सम का प्रयोग करें और फिर आपको बुवाई कर देना काफी अच्छा ठीक है|
वैरायटी
अलग अलग राज्य के हिसाब से क्लाइमेट कंडीशन के हिसाब से वैरायटी बदलती रहती हैहम आपको जो वैरायटी बता रहे भी काफी अच्छा उत्पादन देने वाली किस्में हैं नंबर 1 जोकि है दफ्तरी चना टू वन के नाम से आती है j12 के नाम से आती है JG 13 के नाम से आती है जबलपुरिया 315 के नाम से आती है और बीज 202 और आरवीजी 203 के नाम से आती है इन वैरायटी का आफ सिलेक्शन कर सकते हैं चने की फसल पर 20 अल्टो जानी बुवाई के समय कौन-कौन सी खाद देना है|
खाद
आइए समझते हैं तो देखी दोस्तों आपको एक काम करना है कि आपको खाद कितना लेना है इस किलोग्राम 1 एकड़ में 30 से 40 किलोग्राम आपको खाद लेना है एसएसपी दानेदार 50 किलोग्राम 20 किलोग्राम और आप सभी को ठीक तरीके से मिक्स कर देना नहीं करना एसएसपी से पूरी हो जाएगी तो इन सभी को मिक्स करके सीडल में आपको ठीक तरीके से देना है और गोबर की खाद उपलब्ध हो तो दीजिए इस प्रकार दोस्तों आपको खेती कर रहे हो तो उस समय न्यूट्रियो की पूर्ति करना चाहिए 168 चने की खेती कर रहे हैं|
सीट
तो कितने सीट की आवश्यकता पड़ने वाली है यदि आप बाजार से जो वैरायटी लगा रहे हैं ला रहे हैं उसकी बुवाई कर रहे हैं फिर देसी चने की बुवाई कर रहे हैं तो आपको कितनी क्वांटिटी कितनी सीट की आवश्यकता पड़ने वाली है तो 1 एकड़ में किलोग्राम देने की आवश्यकता पड़ेगी और यदि आप भी कर रहे हैं तो 40 किलोग्रामक्या आपको करना चाहिए जो अच्छा यानी चने का सीट स्टेटमेंट बीज उपचार करने से काफी अच्छा फायदा होता है दोस्तों पहले बात तो जर्मन अच्छा होता है वर्ल्ड की समस्या नहीं आती है और फसल में जो फंगस लगते जड़ों में रूट रोड की समस्या नहीं आती है तो फायदा देने वाली कोडरमा से बीज उपचार करके बुवाई करें या फिर कंपनी की जाती है 1 किलो ग्राम बीजों को 203mm की दर से आप कर सकते हैं फायदा होने वाला है |
बीज उपचार
आपको बीज उपचार जरूर करना चाहिए सिर्फ ट्रीटमेंट करने से बेल्ट की समस्या कम आती है और यदि किसी से नहीं कर रहे हैं तो सबसे बेस्ट ऑप्शन है कि ट्राइकोडरमा से तो आपका रिलीज कि वह तो सस्ता भी है और अच्छी रिजल्ट देने वाला है |
बीज उपचार
बीज उपचार आपको जरूर करना चाहिए प्लांट डिस्टेंस यानी पौधे से पौधे की दूरी और की दूरी कितनी के बारे में बात करें तो 8 सेंटीमीटर गहराई पर हमारे फार्मर स्कोर बिजाई करनी चाहिए जाने पर बिल्ट की समस्या आ रही है दोस्तों तो आपको एक काम करना चाहिए कि लगातार सबसे पहले तो आप को चने की बुवाई नहीं करनी दूसरी बात भाई करें और पौधे से पौधे की सीट सीट की दूरी 4- 5 सेंटीमीटर होती है डिस्टेंस काफी अनुकूल उचित है चने की वेट की दूरी दो उसको आपको रखनी है 2 मीटर और वेट की चौड़ाई आपको रखनी है तो सेंड हाय फ्रेंड आप रख सकते वेट क्यों चाहिए आपको रखनी चाहिए तो इसे खेती चने की आधुनिक तरीके से खेती किस प्रकार की जाती है |
सिंचाई
दोस्तों बात करते हैं सिंचाई तो सिंचाई किस प्रकार करना है बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है सिंचाई क्योंकि चने की फसल पर देखिए एक तो काम सिंचाई की आवश्यकता होती है पर आज सिंचित खेती को सिंचाई के साधन पर्याप्त मात्रा में तो गहराई पर बुवाई कर दीजिए और सच्चाई ना करें तो अभी कोई दिक्कत की बात नहीं आ जाएगी लेकिन सिंचाई के साधन है और किसान भाई जानना चाहते हैं क्योंकि हर एक फसल अलग बात है लेकिन इस फसल पर सिंचाई बहुत जरूरी है किस प्रकार कर रहे हैं तो किस प्रकार करनी है सिंचाई के साधन पर्याप्त मात्रा पर हैं तो सबसे पहले वाला कार्य करें स्प्रिंकलर से अपना समस्ती 10 ब्वॉय करने से काफी अच्छा जरने सन देखने के लिए मिलता है फिर उसके बाद सिंचाई करने की आवश्यकता नहीं है 10 दिन पहले पहली बात आप को फ्लावरिंग स्टेज पर सिंचाई नहीं करनी है फ्लावर रजिस्ट्री से पहले आपको 10 दिन पहले से जारी कर दिए जिस पर फल फूल की संख्या अच्छी है और दोनों का भराव अच्छा और बाकी पलेवा करके आपको बुवाई करनी चाहिए इस प्रकार आपको सिंचाई का मैनेजमेंट रखना चाहिए बात कर लेते खरपतवार की रोकथाम यानी वीड कंट्रोल चने की फसल पर खरपतवार फसल आपको रखनी हैपरसेंट हरवी साइट कभी हमारे फार्मर स्प्रे कर सकते हैं या नहीं पहले ही कंट्रोल करने के लिए आप एक काम कर सकते हैं दोस्तों के चने की फसल पर पेंट हार्डवेयर पेंट 200 लीटर पानी में 1 लीटर को खोल दीजिए उसके बाद जैसे की है आपने यदि मजदूर उपलब्ध हैं |
तो सबसे बेस्ट निराई गुड़ाई है बांदा में थाली प्रियम अर्जेंट हरवी साइट का हिस्ट्री ऑफ कर सकते हैं इससे आपको पता है फुटबॉल की समस्या देखने के लिए मिलती है और इसके अलावा सेमिलूपर से तंबाकू ईलली है और कुछ वर्ल्ड जो हमने आपको स्टार्टिंग वर बताया था कि बिल्ड कैसी रोकथाम करें यानी फलता फूलता पौधा सूख जाता है तो इसके लिए सबसे पहले तो बीज उपचार करें ट्राइकोडरमा चार आप करना है लगातार खेत पर यह समस्या रही है फसल चक्र में पहली बार दो बार जब आप सिंचाई कर रहे हो तो फ्लटरिंग इंसान से आपको एक काम करना तो 200 लीटर पानी ले आना है ध्यान से सुनिए यह जानकारी किसी के पास ही नहीं है आपको लेना है तो 100 लीटर पानी और आपको लेना एक किलोग्राम ट्राइकोडरमा जब व्यक्ति दिया लेना है 1 किलोग्राम ट्राइकोडरमा लेना है 3 किलोग्राम का गोल्ड लेना हैहमेशा मुस्कुराता देख कर से वाइब्रेट यानी हिलाती रही है|
ठीक तरीके से उसको मिक्स करती रहेगी और उसके बाद सिंचाई के साथ आप सिंचाई के साथ दो बार में 200 लीटर पानी एक बार मैं आपको 100 लीटर इस्तेमाल करना है तो सिंचाई के साथ फ्लर्ट एडिकेशन से आम जनों के माध्यम से आप चला दीजिए दूसरा फायदा यह होगा की समस्या भी समस्या बिल्कुल भी नहीं आएगी तो समस्याएं पौधा सूख ना तो ट्राइकोडरमा इज द बेस्ट ऑप्शन हम बात कर रहे थे इस प्रेस से डूब के प्रमुख रूप से झुक जाते हैं जैसे प्रमुख रूप से फली छेदक है पेट जलन की समस्या आती है इसके अलावा रूट रोड की समस्या देखने के लिए मिलती है पाउडरी मिलडायू दिल्ली और प्रमुख रूप से चलता है |
पीलापन सेमिलूपर रोग समस्या देखने के लिए मिलती है और पत्ती धब्बा जैसी बीमारी प्रमुख रूप से आती हैं तो इस ग्रुप से आप सुनिए और की आवश्यकता है फर्स्ट स्क्रीन की फसल होती है तो 5 ग्रामस्वाधीन आती है 40 ग्राम आपको लेना है इन दोनों को मिक्स करना है 15 लीटर पानी में घोलकर के आपको इस्प्रे कर देना है तो सेकंड स्प्रे पर जब हमारी चने की फसल 40 से 45 और 55 दिन के आसपास तक की होती है यदि इल्ली का प्रकोप कम है या फिर इल्ली का प्रकोप ज्यादा है तो किस प्रकार शेड्यूल चलाना है 40 से 55 दिनों की प्रकोप है तो आप एक काम कर सकते हैं कि फैंटाक प्लस 10 एमएलए और चमत्कार आती में फ्लोराइड जी आपको और देना है और ईलली है तो एममेक्टिन बेंजोएट की बजाय आप एक काम कर सकते हैं कि सिंह इंटर की एंप्लीगो आपको लेने क्लोरेंट्रनिलीपरोले मर्डर 3 का कॉमेडी सन 10 एमएलए फैंटाक प्लस 10 एमएलए और चमत्कार टोनी प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर कर देना फोन का स्पीकर सभी लेकिन अब तो काफी अच्छा काम करेगी दिल्ल की दशा पर ऊपरी सतह होती है ऊपरी सतह ऊपर जो शीर्ष होते हैं उनको छुड़वा देते या फिर सामान्य बोलचाल की भाषा कर बोलते भाजी करवा देना यानि खाने के रूप में जो भाजी तोड़ लेते हैं|
लोग बाग तो वैसे उस प्रकार भी अभी आप तो निराई करवा देते तो होता क्या इससे आप ज्यादा आता है वादा जो होता चने का लंबाई बढ़ने की बजाय में फैला देता है जिससे ज्यादा फैलाव जाएंगे तो ज्यादा से ज्यादा संख्या लगेगी तो इस प्रकार की आशीर्वाद देना चाहिए इससे काफी फायदा होता हैकिस काम को भी कर लीजिए भाई को छुड़वा लीजिए सभी किसान भाइयों को पता दूसरी बात है जमात कार स्प्रे करने सप्ताह भी काफी अच्छी आते हैं तो यह काम तो आपको जरूर कर लेना आप बात करते खासकर सैनिटेशन तो आपको खाना है तो आपको बुवाई के समय कौन से खाद देनी है और यह समझते हैं तो इसके लिए फर्स्ट खाद बीज से लाभ लगभग 35 दिन कीमत होती है तो उसके 20 किलोग्राम और सल्फर सल्फर जरूर प्रयोग करें चने की फसल पर की बुवाई के समय जब संपूर्ण कीजिए कर दीजिए |
20 दिन से 35 दिन के बाद कभी भी तो इस प्रकार फर्टिगेशन शेड्यूल चलाना है यदि मिट्टी ठीक तरीके से उपजाऊ है तो बहुत ज्यादा खाद देने की आवश्यकता नहीं है इस कॉन्बिनेशन को आप 50% लेस कर सकते हैं और सीट्स की जो हमने क्वांटिटी बताइए यदि आप लेट बुवाई कर रहे हैं दोस्तों तो 20 परसेंट बीस से पच्चीस परसेंट सीड्स की क्वांटिटी आवाज बढ़ा सकते हैं आइए दोस्तों बात करते हैं |
लाइफ साइकिल
लाइफ साइकिल तो चने की जोग्राफी लाइफ साइकिल 115 से 125 दिन की आस पास का समय लग जाता की फसल तैयार होने में उत्पादन पर बात करें तो 1 एकड़ में वैज्ञानिक तरीके से खेती करते हैंउत्पादन निकलता इससे कम से कम दोस्तों इतना उत्पादन निकलते यदि आप थोड़ा सा अच्छे तरीके से देखरेख करते हैं तो उत्पादन काफी अच्छा देखने के लिए मिलता है बाजारभाव यानी मार्केटिंग रेट तो मार्केटिंग रेट फ्लैक्सिबल रहता है जब बाजार की भाग जो कि हमसे अच्छी देखने के लिए मिले तो हमारे किसान भाइयों को बिक्री करना चाहिए |
बाजार भाभी के आसपास की चार कि आप जो कि हमसे अच्छी देखने के लिए मैंने तो हमारे किसान भाइयों को बिक्री करना चाहेंगे तो बाजार भाभी के एवरेज 7000 ₹100 क्विंटल के आसपास की कीमतें देखने के लिए मिलती हैं बात कर लेते हैं लागत 1 एकड़ में जो लागत है लगभग लगभग सरकाघाट सरकाघाट से तो 17 से ₹18000 के आसपास 1 एकड़ का खर्च आता है तो इस प्रकार दोस्तों आप यदि जैविक खेती करते तो मना था यानी आम दानी का विश्लेषण करते 1 एकड़ पर चने की खेती कर रहे हैं ऐसा करने जा रहे हैं तो कितना मुनाफा होगा कितनी आमदनी होगी|
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