मिर्च की खेती कैसे की जाती हैं| mirch ki kheti ki puri jankari
मिर्च की खेती कैसे की जाती हैं| mirch ki kheti ki puri jankari
मिर्च की खेती का समय
मिर्च की खेती वैसे तो 12 महीने की जाती है लेकिन बाजार भाव अच्छा मिले तो इसके लिए हमारे किसान भाई बरसात के लिए स्पेशल जून-जुलाई और अगस्त महीने तक खेती कर सकते हैं लेकिन जुलाई मध्य प्लांटेशन करते हैं तो बाजार भाव अच्छे और सर्व परी देखने के लिए मिलेंगे इसके अलावा गर्मियों और सर्दियों के लिए अक्टूबर से लेकर दिसंबर के मध्य की ट्रांसप्लांट कर सकते हैं मिर्च की खेती कर सकते हैं |
खेत की तैयारी
खेत की तैयारी जलवायु पर बात कर लेते हैं दोस्तों इस फसल के लिए जितना ज्यादा मौसम में नमी रहेगी उतनी ही शानदार फ्लावर खेलते हैं यानी हाई टेंपरेचर पर थोड़ा सा फ्लावर एंड रॉबिंस की समस्या थी जब 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान जाता है बाकी आप मिर्ची क्लॉक को लगभग लगभग न्यूनतम टेंपरेचर 10 से 12 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान होता है चल जाता है|
मिट्टी की बात करें
वही मिट्टी की बात करें तो काली मिट्टी काली दोमैट काफी अच्छा उत्पादन देखने के लिए मिलता है उपयुक्त जीवा सम वाली भूमि पर सेल पर आप मिर्च की खेती कर सकते |
खेत की तैयारी
खेत की तैयारी एक दो बार आपको कल्टीवेटर से उपलब्ध कराना है और अंतिम जुताई एकदम मिट्टी को भुर भूरी कराने वाली रोटावेटर से या फिर खेत को समतल करा दीजिए मिट्टी को भी खेत के चारों साइड सम तल कराना चाहिए तो बहुत ही जरूरी है|
बाकी आप ग्रीन नेट को 5 मिनट वाली पूरे खेत में खेत के चारों साइड खींच लीजिए 5 फीट वाली गिरी ने तो इस प्रकार खेत की तैयारी आपको करना चाहिए आइए बात करते है|
उन्नत सील किस्म
नंबर 1 एडवांटर गोल्डन सीड्स की एके-47 वैरायटी आती है इसके अलावा नंबर 2 बीएनआर की सुनीति वैरायटी आती है यह भी काफी बढ़िया काफी अच्छी वैरायटी है तो इस वैरायटी का भी आप सिलेक्शन कर सकते हैं इसके अलावा राशि हाईवेज की जीरो 78 मई को की तेजापुर के नाम से आती है और राशि हाईवेज की ईगल 151 के नाम से आती है और साथी अंकुर की 2239 के नाम से आती है और वीएनआर की उन्नति 6013 के नाम से आती है तो यह जो वैरायटी आर्टिकल के माध्यम से आप देख रहे हैं ये वैरायटी काफी अच्छी है काफी अच्छा उत्पादन देने वाली किस्में है इन वैरायटी का सिलेक्शन आकर्षक हैं और हम आपको रिक्वेस्ट करेंगे आपको उन्हीं वगैरह का सिलेक्शन करना चाहिए जो भारत के प्रति सहनशील हो और अच्छा उत्पादन देने वाली आपको लाइक करना चाहिए|
सीटकी बात करे
प्रति एकड़ सीट यदि आप 1 एकड़ पर मिर्च की खेती करते हैं तो तकरीबन 80 ग्राम से लेकर 500 ग्राम रिक्वायरमेंट पड़ने वाली है दोस्तों आप प्लांटेशन कर रहे हैं तो आपको एक एकल में साढे सात से आठ हजार पौधे की आवश्यकता पड़ती है या फिर 1 एकड़ में 7 से 8000 पौधे आपको मिर्च के लगाने चाहिए नर्सरी तैयार यानी नर्सरी पौधशाला नर्सरी किस प्रकार हम को परेशान करना है बहुत ही महत्वपूर्ण विषय दोस्तों इतनी डिटेल में जानकारी कोई नहीं शेयर करता है |
नर्सरी किस प्रकार तैयार करना है
तो नर्सरी तैयार करने की विधि जैसे साधारण तरीके से विधि से खेती कर सकते हैं और इसके लाभ से जो प्लान है आपको जो आवश्यक सामग्री के उन्नत सील किस्म वैरायटी की सीट की आवश्यकता पड़ने वाली पहली बार दूसरी बात हम जो तैयार कर रहे हैं प्लास्टिक प्रूफ देने की आवश्यकता पड़ेगी और प्लास्टिक प्रोडक्ट मिट्टी को नहीं भरा जाता है उसमें नारियल कादियानी वर्मी कंपोस्ट और कोकोपीट इसको भरा जाता है इसके अलावा कार्बनिक मिश्रण को ठीक तरीके से उनको लाकर पानी में थोड़ा सा फूल आंकड़ों का थोड़ा सा 10 मिनट तक छोड़ दीजिए और आपको ठीक तरीके से मिक्स करना है यह पति 108 कोतवाली प्लास्टिक प्रोटीन यादी फोन पर ठीक तरीके से आपको इस मिश्रण को जो नारियल की खाद वर्मी कंपोस्ट का मिश्रण है इनको आपको मिला लेना है और 11 बीजों को लगभग 2 सेंटीमीटर गहराई पर आपको 11 बीजों की बुवाई कर देना है किसान भाइयों को पता ही नहीं रहता है कि देखिए जो आपका जो प्लास्टिक ट्रे का बंडल है उसको कवर कर दीजिए पूरा 50-100 प्लास्टिक प्रोटिगो रखी और कवर कर दीजिए|
मल्चिंग पेपर
इससे कब्र के सेकंड मीटिंग पेपर सैंपल पेपर सबसे बेस्ट है तो मल्चिंग पेपर में जब हम कर देंगे और वह करना छह-सात दिन के लिए होता है गर्मियों के दिनों पर आप रख सकते हैं तो इस प्रकार मल्चिंग पेपर में आपका बार करके गर्माहट हीट उत्पन्न होती है जिससे जल मिशन का भी अच्छा हो जाता है फिर वापस से ग्रीन नेट पर जो झोपड़ी आपने बनाई है उस पर दोस्तों आपको जुटे हैं नर्सरी पर निकाल कर रख दी थी और सुबह शाम आवश्यकतानुसार सिंचाई करें सिंचाई आफ स्प्रिंकलर कर सकते हैं या फिर आप चाहे तो सबसे व्यस्त है कि जो स्प्रिंकलर आता है वाटर कैन उस से भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं |
तो पीलापन की समस्या इतनी मतलब बारे में कंपोस्ट नारियल खाद और एमपी का भी हम स्प्रे करते हैं तो भी समस्या आती है पीलापन की समस्या आती है तो इसके लिए आप एक काम करें 10 से 12 दिन की नर्सरी हो जाए तो 15 लीटर पानी में आपको सौ ग्राम घुलनशील खाद 19-19-19 लेना है तुरंत तुरंत तीव्र गति से हरी भरी हो जाएगी बाकी जनों का विकास यदि नहीं होता है|
नर्सरी तैयार
नर्सरी आप तैयार करते हैं तो क्यों न बहुत अच्छा स्वरूप पर किसान से अपन स्प्रे के माध्यम से आप प्रयोग कर लीजिए और वही न्यू अल फैसल पत्ते को या फिर पत्ते मोड़ रहे हैं या फिर कुकड़ा लोग आ रहा है तो उसके सवालों और ट्रैक तो आपको नर्सरी में भी लगाना है जी हां ब्लू और नीला ट्रैप ट्रैप आपको नर्सरी में भी लगाना है पहली बार दूसरी बात यदि है तो इसके लिए दोस्तों आप एक काम कर सकते हैं कि प्रमुख रूप से 1 लीटर पानी देखरेख करते हैं और जब लगभग लगभग दोस्तों 3 से 4 इंच की नर्सरी हो जाए तो हमको ट्रांसप्लांट कर देना चाहिए इस प्रकार हमारे किसान भाई नर्सरी तैयार करते तो मात्र 20 से 25 दिन और अधिकतम 28 दिन में एकदम स्वास्थ्य नर्सरी तैयार हो जाती है मिर्च की इस प्रकार नर्सरी तैयार करना चाहिए अपनी क्यार या फिर वेट ड्राइवर से आपको करना चाहिए|
बेड की जो चौड़ाई आपको रखनी है टाइफाइड और वेट से वेट की दूरी आपको रखनी 3 फीट की ऊंचाई आपको रखनी है इसको काफी अच्छा माना जाता है बात कर लेते हैं |
खाद्य
खाद्य ने वेंचरी के माध्यम से खाद देने में भी काफी ज्यादा सहूलियत होती है दोस्तों तो 16 एमएम एलएमजी 6802 बटन वाली 16 मिनट तक जाती है अब बात कर लेते हैं|
पेपर कर्चा
पेपर₹12000 के आसपास एक ही का खर्च आता है बात कर लेते हैं वे सेल्टोस तो 20 साल दो जब हमें खेत की तैयारी करते हैं |
तैयार करते तो उस समय बेड के ऊपर कौन से खाद्य नहीं जिससे उपाध्यक्षा प्राप्त हो तो इसके लिए एसएसपी सिंगल सुपर फास्फेट 100 किलोग्राम डीएपी 50 किलोग्राम m.o.p. 25 किलोग्राम से लेकर 30 किलोग्राम इन सभी को मिक्स करना है और सस्ती पर गोबर की खाद उपलब्ध हो जाए तो दो ट्रॉली गोबर खाद इन सभी को मिक्स करना है और आपको बेड के ऊपर देख कर के बाद में करना इससे आपको मेंड तैयार करना है और विशाल के रूप में इन खातों का आपको प्रति एकड़ की दर से जानकारी बतला रहे हैं और एक ही काल में 43 560 होते हैं तो आपको बीघा के हिसाब से आपको जानकारी शेयर कर रहे हैं और 1 हेक्टेयर में ढाई एकड़ होते हैं बात कर लेते हैं दोस्तों प्लांट डिस्टेंस एंड प्लांटेशन तो कृपया ध्यान से पढ़िए|
पौधे से पौधे की दूरी
पौधे से पौधे की दूरी सिर्फ आप रख सकते पौधे से पौधे की दूरी एक से डेढ़ फुट आप रख सकते हैं उन्हें एक बेड पर सिंगल लाइन पर ही आपको प्लांटेशन करना है आते समय ध्यान रखें कि पहले फील्ड पर 2 दिन पहले से आप प्रॉपर नमी बनी रहे तो उसके लिए सिंचाई जरूर कर दे दो 2 घंटे सुबह-शाम और दूसरे दिन ही एकदम ठंडे मौसम पर हमको प्लांटेशन करना चाहिए प्लांटेशन का पौधा एकदम सीधा रहना चाहिए और मंच की अगर बात करें तो किसान भाई कर सकते 2 इंची 402 साफ दिख रहा है तो इस प्रकार 2 इंची बोतल आपको एक से डेढ़ फीट दूरी पर आपको प्लांटेशन करना चाहिए इस प्रकार यदि आप प्लांटेशन का साडे सात से आठ हजार पौधे की आवश्यकता पड़ने वाली है|
सिंचाई
आइए बात करते हैं सिंचाई यानी किस प्रकार हम को सिंचाई को मैनेजमेंट करके रखना इस प्रकार करना है इनलाइन ड्रिप को लगा रखा है तो दो दो दिनों के अंतराल पर या फिर आज आपने एड्रेस सिंचाई करिए तो दिल से 2 घंटे करें और फिर कल भी कर सकते हैं फिर कल का गेट भी रख सकते हैं यानी आप चाहे जो ड्रेस में दो दो दिनों के अंतराल पर या फिर 1 दिन का अंतराल भी रख सकते हैं लेकिन यह डिपेंड करता है मिट्टी पहल की भूमि है तो रोजा सिंचाई की आवश्यकता पड़ेगी या 1 दिन का अंतर रखे और बाकी भारी भूमि है तो दोनों का अंतर रखी भी आप ही कर सकते हैं ना लिखकर मिर्च की खेतीकिशन से आप सिंचाई कर रहे हैं दोस्तों तो आपको लगभग लगभग 10 से 12 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करना चाहिए वाटर मैनेजमेंट सुधार के रखना बहुत ही जरूरी है मिर्च की फसल पर स्पेशल अच्छा जफर बड़वारा से ले या नीचे करने से पीलापन की समस्या आती है दोस्तों तो आपको सिंचाई स्पेशल सिंचाई यानी बहुत ज्यादा सिंचाई नहीं करनी है आवश्यकता अनुसार आपको सिंचाई करना चाहिए बात करते हैं|
खर पतवार की रोकथाम
खर पतवार की रोकथाम यानी हम आपको बताते हैं इस तरह से खेती कर रहे हैं और दोनों बैठ के बीच में देखी मल्चिंग पेपर इसलिए बिछाई जाती है खरपतवार ना होगा कम सिंचाई की आवश्यकता हो काम है जो जल होता है उसका कम वाष्पीकरण हो यानी पानी की बचत हो खरपतवार ना वह तो इसके लिए ही मल्चिंग पेपर लगाया जाता है लेकिन दोनों के बीच में जो है वहां पर उपलब्ध नहीं है सेट 41 परसेंट आपको ऐसे जो खरपतवार नाशक आती है 1 लीटर लेना 200 लीटर पानी गोल करके आपको दुआ ना बैठ के बीच में इस प्रकार देना फ्लैट इरिगेशन से आप जो आर्टिकल पर जुगाड़ देख रहे हैं किस प्रकार लेकिन ध्यान रखें घोल का जवाब स्प्रे करें तो फसल के पत्तों पर नहीं पड़ना चाहिए नहीं फसल को भी क्षतिग्रस्त कर सकता है तो जुगाड़ बना कर ही असली तरीके से खरपतवार की रोकथाम कर सकते हैं मिर्च की फसल पर एक्सप्रेस शेड्यूल तो इस प्रेस शेड्यूल बहुत ज्यादा जरूरी है और इसलिए कि क्यों मिर्च की फसल पर वायरस नंबर 23 नंबर 382 34 प्रकार के गेट होते हैं इतना ज्यादा नुकसान पहुंचाते की फसल सौ परसेंट नष्ट कर सकते वायरस से फसल एकदम खत्म हो सकती है तो फैला था कौन है सफेद मक्खी और प्रेस मार्कशीट फैलाते हैं तो इनकी रोकथाम करने के लिए हम आपको बताएंगे जो कि और मिर्च की फसल या दिया खेती कर रहे हैं तो भी आपको इस प्रिय दोस्तों लेने ही पड़ेंगे नहीं तो काम नहीं बन पाएगा लेकिन सस्ते पर कुछ है तरीका बता दीजिए जो कि कम स्प्रे करना पड़े तो उसके लिए तब भाई सब कंट्रोल कैसे होगा कंट्रोल होगा सफेद मक्खी मार्ट सूरत चूसा कि यदि आप प्रॉपर स्प्रे लेते हैं तो एक परसेंट भी वापस नहीं आएगा दोस्तों तो इसके लिए कोई अच्छा सा उपाय बताइए तो ज्यादा टाइम ना लेते हुए देखिए|
सफेद मक्खी
सफेद मक्खी की रोकथाम करने के लिए भी रट्रैप लगाइए आरोप लगाए पीला ट्रैप्स और इसके अलावा आप एक काम और कर सकते हैं कि रक्षक कीटों की रोकथाम करने के लिए नीला ट्रैप लगाइए काम तो आप जरूर कर लीजिए और नेपाल के मध्यम रेंज कीटनाशक स्प्रे करना चाहिए इसके अलावा भी कुछ आते हैं ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं तो इनकी रोकथाम को कंट्रोल करना है समझते हैं तो इनकी रोकथाम करने के लिए हम आपको ऐसे स्प्रे बताएं अब आप बोलोगे कुछ ज्यादा से फिर बता रहे मैच की फसल पर दोस्तों बिक्री स्प्रे करने पड़ते हैं तब जाकर का अच्छा उत्पादन देखने के लिए मिलता है तो इन दवाइयों को यदि आप स्प्रे करते हैं तो शानदार आपको परिणाम देखने के लिए मिलेंगे अब जरूर नहीं कि हम जो आपको इसलिए बता रहे हैं उन्हीं को आपको अप्लाई करना है हम आपको एक ऐसी सूचना बताना चाहते कि मिर्च की खेती भी ले सकते हैं बाकी आप की फसल पर क्या होना है फसल को देखते हुए ही लेनी चाहिए फर्स्ट स्प्रे होती है |
आवेदन के आसपास क्रॉप होती है तो ऐसी टाइप रेट 20% एसपी 10ml और डाई क्लोरो 765 एनटीसी 15ml इन दोनों को मिक्स करना है 15 लीटर पानी में घोलकर के आपको स्प्रे कर देना सेकंड स्प्रे 30 से 35 दिन की आस पास होती है तो मत हो ग्राउंड पांच परसेंट डब्लू सी इंसेक्टिसाइड आती है जैसे तारा 8 ग्राम कर देना है उधर डिस्प्रिन 4550 दिन के आसपास ग्रुप होती है तो वह वार 303 25ml और मिठाई सत्तर परसेंट डब्ल्यूपी 40 ग्रामीणों को काफी काफी अच्छा रिजल्ट जैसे रंग साइट पर यह टेक्निकल मिल जाता है बंदर लीटर पानी में घोलकर के आपको स्प्रे करना चाहिए बात करते 4 साल से बता रहे हैं अधिक जानकारी शेयर करें वायर कंपनी की ओवरऑल आरती और प्रोपीनेब सत्तर परसेंट डब्ल्यूपी चार्ल्स ग्रामीण दोनों को मिक्स करके 15 गोलघर किस पर करें स्क्रीन की फसल होती है तो 10 ग्राम 75 ग्राम
डब्लू जी का जो से नाता जैसे घाटा की पुलि आती है फिर बाहर के लिए आती है 10 ग्राम 15 लीटर पानी में घोलकर कि आपको उस पे करना है 8 से 25 दिन की है फसल 140 से 145 दिन के आसपास की तरफ होती है तो प्रॉपर साइड संता 1% ईसी 15ml लेना है और आपको उल्लेम रसालू 35 पर सेंट लूसिया को लेना 25ml इन दोनों की मिक्स करके 15 लीटर पानी करके स्प्रे कर देना 155 से होती है सत्तर परसेंट डब्ल्यूपी यानी कब आ जाती है 30 ग्राम इन दोनों को मिक्स करके 15 लीटर पानी में घोलकर कि आपका स्प्रे करना है|
1170 से 40% स्त्री 180 सेक्स 50 दिन के आसपास करो होती है तो टीवी कुंजवाल आठ परसेंट कैप्टन 32 परसेंट ऐसी बापू ना सकू आपको लेना है 20 से 25 है मेल और आपको एक और इंसेक्टिसाइड लेना है सल्फान 25% इंसेक्टिसाइड 30ml 15 लीटर पानी में घोलकर कि आपको स्प्रे करना है तेरे 190 से 195 दिन के आसपास क्लॉक होती है तो इमिडाक्लोप्रिड और कंबीनेशन आता है 10 ग्राम लेना है के 15 लीटर पानी में घोलकर के आपको स्प्रे करना है 14 से 200 से 210 दिन फसल होती है तो स्पाइनटूराम 1107 परसेंट एससी 2074 डेलीगेट ले लीजिए या फिर कोई भी कंपनी का ऑफिस पॉइंट 1 ग्यारह सौ परसेंट 80207 और जय सत्ताईस परसेंट में जो आता है जैसे खुमान 50ml इन दोनों को मिक्स करके 15 लीटर पानी में घोलकर करना है कांबिनेशन आता 50% wdg3a 4 ग्राम लेना है और नीम ऑयल हजार पीपीएम 12 30 से लेना है 15 लीटर पानी में घोलकर के आपको स्प्रे कर देना है|
तो दोस्तों इस प्रेस शेड्यूल अब जरूरी नहीं कि आप अपनी मिर्च की फसल पर पूरे 15 स्वीकार्य नहीं है और ज्यादा भी कर सकते हैं तो डिपेंड करता है कि हम को कितनी दूरी पर या फिर कितनी बीमारी है उसके हिसाब से जो स्पेशल टाइम मैनेजमेंट है इस बीच का अंतराल है और ज्यादा भी कर सकते हैं तो डिपेंड करता है इसकी फसल पर कीटनाशक है तो उस हिसाब से आवश्यकतानुसार आप ले लेना है कि करने पड़ेंगे वह असल हरी-भरी स्वास्थ्य तो ज्ञात थोड़ा सा जरूर कर सकते हैं बाकी स्प्रे तो आपको करनी पड़ेगी यदि अच्छे रिजल्ट चाहते हैं क्योंकि वायरस ना आए तो उसके लिए आपको प्रॉपर स्प्रे लेने होंगे और वायरस की एक बहुत ही अच्छा देसी तरीका है तो आपको किस प्रकार वायरस को अच्छे से कंट्रोल कर सकते हैं मिर्च की फसल पर बात कर लेते हैं|
खाद का शेड्यूल
दोस्तों खाद का शेड्यूल यानी फर्टिगेशन शेड्यूल आपको किस प्रकार फर्टिगेशन शेड्यूल चलाना है आइए समझते हैं तो देखें यदि आप यह कुछ इस प्रकार आप समझ सकते हैं उदाहरण के लिए हम आपको एक दो ऑप्शन भी मत लाएंगे फर्स्ट कॉर्पोरेशन 10 से 40 दिन के आसपास क्रॉप होती है तो तीन-तीन दिनों के अंतराल पर वेंचुरी के माध्यम से आप इन खातों को छोड़ सकते हैं दोस्तो आप को तीन-तीन दिनों का अंतराल जल्दी-जल्दी आप खाते में डलवा रहे हैं तो देखें आप थोड़ा थोड़ा न्यूटन की पूर्ति करें जिससे जो रूट होती है जलन होती है पौधे की क्योंकि भोजन जाइलम और फ्लोएम के माध्यम से ही और प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से ही भोजन तैयार कर पाते हैं|
तो थोड़ा-थोड़ा न्यूट्रियम भोजन की आपूर्ति करेंगे तो पौधा भी अच्छे से ग्रहण कर पाएगा तो इसलिए कम क्वांटिटी पर आपको प्रयोग करना चाहिए इसलिए तीन-तीन दिनों के अंतराल पर एक हाथ फिर दूसरे 3 दिनों के अंतराल पर इस प्रकार आप को तीन-तीन दिनों के अंतराल पर 10 दिन से लेकर 4 दिनों की मांसपेशियां होती है आपको 2 किलोग्राम सुमित कैसेट 500 ग्राम और साथ में माइक्रोन्यूट्रिएंट्स फर्टिलाइजर्स किसी अच्छी कंपनी का 500 ग्राम है इनको एक दिन में एक का ही प्रयोग करना है और सेकंड खाद जब 45 से 70 दिन के आसपास होती है तो आपको एक काम करना है कि चार चार दिनों के अंतराल पर ट्रस्ट के माध्यम से इन खातों को छोड़ना है 52 34 आपको लेना है 3 किलोग्राम 13 40 13 3 किलोग्राम 12103 किलोग्राम कैल्शियम नाइट्रेट 3 किलोग्राम इनको दोस्तों आपको 4 दिनों के अंतराल से छोड़ना हैपांच 5 दिनों के अंतराल पर एक दिन में एक खास जैसे 13050 4 किलोग्राम 13045 4 किलोग्राम मैग्नीशियम सल्फेट 4 किलोग्राम अमोनियम सल्फेट 4 किलोग्राम इनको आप 1 दिन में एक खाद 4 किलोग्राम की दर से और बीच-बीच में आप कैसे है माइक्रोन्यूट्रिएंट्स फेरस सल्फेट है तो इनको चाहो जिंक सल्फेट इन का भी प्रयोग आपको करना चाहिए इसके अलावा ट्राइकोडरमा को भी आप 1 महीने में दो बार जरूर छोड़ना चाहिए|
और ट्राइकोडरमा व्यक्त एरिया के साथ आप किसी भी रासायनिक खादों का मिक्स करके प्रयोग ना करें तो ट्राइकोडरमा भी काफी अच्छा ऑप्शन माना जाता ट्राइकोडरमा से भी काफी अच्छे रिजल्ट प्राप्त होते हैं तो आवश्यकता अनुसार इनका आप प्रति एकड़ से छोड़ना है पांच 5 दिनों के अंतराल पर उसकी फसल होती है भाइयों को स्टार्ट कर देना चाहिए तो30 साल जब वनस्पति वाह-वाह हो रही हो वह समय नाइट्रोजन बेस खादों का प्रयोग करें जब फ्लावरिंग स्टेज पर फसल हो मिर्च की तो फास्फोरस 20 खादों का प्रयोग करें और जब रूटिंग स्टेज पर हमारी फसल हो मिर्च की तो उस समय पोटेशियम जैसे खादों का प्रयोग करेंगे तो शानदार रिजल्ट प्राप्त होंगे इसके अलावा पीलापन की समस्या देखने के लिए की मिलती है फलों में टेढ़ापन की समस्या देखने के लिए मिलती है तो कैल्शियम और उनका जो कॉन्बिनेशन होता मिर्च की फसल पर बहुत अच्छा रिजल्ट प्राप्त होता है जरूर प्रयोग करें तो इस प्रकार आपको चलाना चाहिए और बीच-बीच में होता है फिर भी आप देखने के लिए हैं आवश्यकता अनुसार आपको करना चाहिए आप की फसल डिपेंड करती है कि हरी भारी है तो थोड़ा सा जो यह है अंतर है उसको काम और ज्यादा भी आप कर सकते हैं और फसल पर मिर्च की फसल पर करो पर कम से कम लागत पर ज्यादा से ज्यादा उत्पादन निकालने की कोशिश करें और बाकी आप संतुष्ट के वीकली स्प्रे आप जरूर लेते रहें चाहो सस्ते हो या फिर हल्के हो उनका स्प्रे आपको जरूर करना चाहिए तो इस प्रकार दोस्तों फर्टिगेशन शेड्यूल चलाना चाहिए बात कर लेते हैं लाइफ साइकिल तो लाइफ साइकिल मिर्च की खेती यदि आप वैज्ञानिक तरीके से करते हैं तो लगभग लगभग 260 महीने चली जाती मानचित्र में खेती करते हैं तो पैदावार भी अच्छी होती है बाजार भाभी अच्छी मिलेंगे तो सात से आठ और अधिकतम 9 महीने तक का मतलब है हमको मिलता है 8 महीने चल जाती है 8 महीने तो नेट चल चल जाती है रखते हैं |
तो न्यू को ₹10 किलोग्राम से लेकर ₹40 किलोग्राम तक का रेट मिल जाता है लेकिन जो हमने आपको टाइमिंग बताएं और स्पेशल बैकग्राउंड तरीके से ही हमारे किसान भाइयों को टपक सिंचाई से मिर्ची की खेती करने से काफी अच्छे यदि इस महीने आपको रेट नहीं मिला तो 2 महीने बाद अच्छा रेट मिलेगा तो मैं दिन में खेती करते हैं तो हमारे जो फार्म को काफी लंबे समय तक उत्पादन मिलता है और बाजार भाव मिलने के काफी ज्यादा आसार रहते हैं बात करते हैं एक कलम कितना उत्पादन होता है याद मिर्च की खेती वैज्ञानिक तरीके से खेती करते 100 कुंटल हमारे किसान भाई उत्पादन निकाल पाते हैं लेकिन आप वैज्ञानिक तरीके से जो हमने विधि बताइए इस प्रकार खेती करेंगे मल्चिंग द्रव में खेती करेंगे तो लगभग लगभग 38 से 40 टन के आसपास 1 एकड़ से उत्पादन देखने के लिए मिलता है यानी 380 से 400 क्विंटल एक ही काल से उत्पादन देखने के लिए मिलता है हमारे किसान भाई इतना उत्पादन निकाल रहे हैं तो यही जुबेर उत्पादन निकाल रहे हैं और आप इस aartical के माध्यम से जो भी देख रहे हैंकरती हैं तो कितनी लागत लग जाएगी आइए समझते हैं कि इसमें स्प्रे के थोड़ा सा स्प्रे जूता मिर्च की फसल पर प्रॉपर करना पड़ता तो इसलिए मिर्च की फसल पर स्प्रे और खाता थोड़ा सा ज्यादा हमको एक्सपेंसेस या फसल दे जाती है बाकी मल्चिंग और इन सभी को इंक्लूड करेंगे की तैयारी से देखे संपूर्ण जो एक्सपेंसेस है|
संपूर्ण खर्चे हैं
150000 से ₹165000 के आसपास ₹160000 के आसपास में लगभग लगभग आ जाता है जाती है दोस्तों क्या यार एक किसान भाई जानना चाहता है तो आइए समझते हैं आम दानी यदि मिर्च की फसल पर अच्छी हो तो इसका मतलब यह है यदि बाजार भाव यदि मिर्च की फसल के बाजार भाव अच्छे रहते हैं और उत्पादन काफी अच्छा होता है तो आम दानी जाहिर सी बात है काफी अच्छी प्राप्त होती है तो हम मान लेते हैं हम दाने निकालने के लिए विश्लेषण करते हैं कि 15 केजी का यह हमारे किसान भाइयों को रेट मिल जाता है|
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