Thursday, 1 December 2022

मटर की खेती कैसे की जाती है| matar ki kheti jankari

 मटर की खेती कैसे की जाती है| matar ki kheti jankari    


टाइमिंग

 पहली बात करते हैं टाइमिंग यानी अनुकूल समय तो मटर की खेती वैसे  यदि आप खेती करने की सोच रहे हैं तो  सितंबर का फर्स्ट टाइम माना जाता है लेकिन आप मटर की खेती सितंबर मध्य से लेकर नवंबर एंडिंग तक आप बुवाई कर सकते हैं लेकिन सितंबर और अक्टूबर का जो समय रहता है दोस्तों काफी बढ़िया माना जाता है|

 जलवायु और टेंपरेचर


 जलवायु और टेंपरेचर तो मिनिमम टेंपरेचर 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम जाता है जलवायु के ऊपर की सर्दियों वाली फसल है जितना विरोध की तैयारी के ऊपर मटर की खेती कर सकते हैं तो सभी प्रकार की सोहेल पर आप मटर की खेती कर सकते हैं लेकिन गली धो मत चिकनी दो मिटी का भी उपयुक्त मानी जाती है मेड़ता की पीएच वैल्यू 5.5 से लेकर 7.5 तक चल जाती है यदि 7:30 8 से अधिक है तो बुवाई के समय  50 किलोग्राम आपको खाली खेत पर प्रयोग करना है उसके बाद दोस्तों आपको ही करना है और उत्तम जल निकास का प्रबंध होना चाहिए उपयोग जी पास वाली भूमि पर खेती आप कर सकते हैं खेत की तैयारी में दोबारा को कल्टीवेटर चलना है रोटावेटर को एकदम संकरा लेना है इस प्रकार आपको साफ सफाई करना है खेत की तैयारी करना है बुवाई करनी चाहिए|

खेत की साफ सफाई

आपको खेत की साफ सफाई करना है खेत की तैयारी करना है आपको पूरी करनी चाहिए 

बुवाई के समय खाद 

बुवाई के समय खाद लिया निवेशक दोस्तों आपको भी सर डोज के रूप में आपको डीएपी 50 किलोग्राम है मोटा 20 किलोग्राम और दानेदार इंसेक्टिसाइड 5 किलोग्राम आपको लेना है और साथ ही तो बैग एसएसपी सिंगल सुपर फास्फेट पूरे खेत में दीजिए और जो हमने आपको डीएपी है मोटा दानेदार इंसेक्टिसाइड का नाम बताया है सीट के साथ आपको बीज उपचार करके इधर से आपको बुवाई कर देना है बात कर लेते हैं|

उन्नतशील किस्मों

 उन्नतशील किस्मों तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको मिर्ची मटर और जो जल्दी तैयार होने वाली किस्मों के बारे में भी डिस्कशन करने वाले हैं एक जो मिर्च आती है 9:10 आने वाली आती है एडवांस गोल्डन सेट कीजिए  जो कि इनमें लगभग 3 महीने के लिए आती है दाना प्राप्त होता है 3v जल्दी अर्ली वैरायटी अर्ली मैच्योरिटी वैरायटी है और इंडो अमेरिकन की जो हाइब्रिड सीड्स आती है एंड ग्रीन कोट के नाम से आती है एबी मिर्च मटर है 50 से 90 दिन का समय लग जाता है और नामधारी सीड्स जीएनएस 11003 मिर्च मटर है यदि आप अली मैच उल्टी वैरायटी के बारे में बात करें तो 3.00 पीएम का बेस्ट वैरायटी है और थोड़ा सा लोंग ड्यूरेशन वाली वैरायटी वैरायटी की बात करें|

बीज की बात करें

 इंडो अमेरिकन की इंडम ग्रीन बोर्ड के नाम से और नामधारी सीड्स की है ना 1100 के नाम से राशि आती है दोस्तों का भी अच्छी पैदावार देती हैं मटर की खेती कर लगा रहे हैं तो 35 से 40 किलोग्राम सीट की आवश्यकता पड़ने वाली है वही आपकी पी3 हैप्पी sm3 मटर को लगाती हैं तो 1 एकड़ में 50 किलोग्राम से लेकर 55 किलोग्राम स्वीट्स की रिक्वायरमेंट पड़ने वाली है बीज उपचार यानी सीड ट्रीटमेंट तो बीएसएफ कंपनी की आती है आपको एक किलोग्राम भेजो को 3ml जरूरत उपचार करके 40 मिनट तक खाना है और उसके तुरंत बाद आपको सुबह कर देना है बुवाई कर देना है बात करते हैं प्लांट डिस्टेंस तो पौधों की दूरी आपको चार से पांच सेंटीमीटर रखनी है कतार से कतार की दूरी 20 सेंटीमीटर और 3 सेंटीमीटर मटर की खेती करनी चाहिए|

 स्प्रे की बात करें

 अब स्प्रे कर सकते हैं इसके लिए आप बीएसएफ कंपनी की वेलर 32 आती है वेलर 32 को आपको पूरी करना है और बोए के दो-तीन घंटे बाद आपको 1 लीटर वेलर 32 लेना है तो 200 लीटर पानी में घोलकर के आपको इस प्रकार देना है इससे खरपतवार का अंकुरण ही नहीं होगा और नाही जमाव हो पाएगा तो इस प्रकार आप भी एमआर जट्ट कॉम साइट का स्प्रे कर सकते है|

निराई गुड़ाई ओर सिंचाई की बात करें


 निराई गुड़ाई सबसे बेस्ट ऑप्शन है पहली निराई होती है दूसरी निराई गुड़ाई करने पर सिंचाई करना चाहिए ज्यादा सिंचाई करने से पीलापन की समस्या आती है दोस्तों बात कर लेते हैं|

इसप्रे की बात करते और बीमारी कोन कोन सी है


 इसप्रे शेड्यूल तो कुछ मटर की कॉपर गिनी चुनी बीमारी आती हैं और काफी ज्यादा नुकसान भी पहुंचा दी हैं तो उनके हिसाब से भी हम आपको ए लाजपत लाने वाले हैं पहले बात करते हैं कि प्रबंधन तो मुख्य रूप से मटर की कृपा रैबिट्स जैसे सफेद मक्खी है वही तंबाकू और पढ़ाता है तो कई प्रकार की हैं सबसे बड़ी जो बीमारी है तो ही तीन बीमारी एक तो राष्ट्र शक्ति डेबिट स्वीप का प्रकोप देखने के लिए मिलता है और दूसरा भाग यानी फ्रूट्स बालियों की स्टेज पर क्रॉप होती है तो ऐसे मिलूं पर्स का चने की इल्ली का प्रकोप देखने के लिए मिलता है और सूखने की समस्या आती है बार-बार नहीं आती है तो इसके लिए समझते हैंअच्छा कंट्रोल मिलने वाला हनी   फेस व्हाईल हेर क्लॉथस टाइम है यू आर 303 है डाई क्लोरो 70 सस्ती हाल की रेंज वाली जो कीटनाशक दवाई होती है इनका स्प्रे लेते हैं दोस्तों तो बहुत ही सस्ते पर आपकी मदद करो आने वाली है बाकी फली छेदक पॉड बोरर सेमिलूपर और हल्दी के साथ-साथ कुछ फलियों को नुकसान छतिग्रस्त करने वाली का प्रकोप है तो हम आपको लगभग चार-पांच दवाइयों के नाम बतला रहे हैं एक दवाई का स्प्रे कर सकते हैं यदि हल्की-फुल्की का प्रकोप है तो एमएलए फंड कंपनी की किंग डॉक्सा इंसेक्टिसाइड 25mm चार पांच में से किसी भी एक को 15 लीटर पानी में घोल कर के आप स्प्रे कर सकते हैं यदि स्टार्टिंग कितना पर हल्की इल्ली का प्रकोप है तो एक साथ मिक्स करके इस प्रकरण की आवश्यकता नहीं है आप सिंह एंड कंपनी की एमपी गुना से मेल या फिर कहां की 12040 एम एल ए अदामा इंडिया कंपनी की  होती है एमएमसी की कोरलन जी हां हम बात कर रहे हैं क्लोरेंट्रनिलीपरोले का भी आप स्क्रीन का प्रकोप है   और आप भी हल्की से थोड़ा ज्यादा है पर बहुत ज्यादा इनका प्रकोप है| 

कीटनाशक दवाई का स्प्रे

तो इनमे से किसी एक कीटनाशक दवाई का स्प्रे आप कर सकते हैं स्पष्ट है कि यदि कोई समस्या नहीं दिख रही है तो कोई भी करने की आवश्यकता नहीं है या फिरइनमें से किसी एक आपको फफूंद नाशक लेना है 15 लीटर पानी में घोलकर के आपको स्प्रे कर देना दोस्तों बात कर लेते हैं व्यक्ति रिजल्ट यहां नहीं आपने देखा होगा कि माता का जो प्लांट्स होता है एकदम फलता फूलता सूखने लगता है और मारता है यानी रूट संबंधित बीमारी है तो इसके लिए आपको एक काम करना है सबसे अच्छा है कि जब हमारी मटर की क्रॉप 25 से लेकर कभी भी आपको याद नहीं आएगी काफी ज्यादा आती है कड़वा नहीं दे रही है कोई उपचार बताइए



 तो हमने बताया कि जब आप बुवाई कर रहे हो तो उस समय ज्यादा से ज्यादा यूनियन की पूर्ति करें यदि इस लिए सस्ते में गोबर की खाद उपलब्ध है तो 1 ट्राली का आपको जरूर प्रयोग करना है यदि आप यह काम करते हैं तो प्रॉपर वर्णवाल देगी लेकिन फिर भी समस्या बनी हुई है तो कृषि रसायन की पोषक सुपर 25 एमएलए अप्रेंटिस 40ml दोनों में से किसी एक का ऑफिस प्ले कर दीजिए बहुत ही बेहतरीन रिजल्ट प्राप्त होगी बात करते हैं खाद का शेड्यूल तो देखिए मटर की फसल पर बहुत ज्यादा उर्वरक खाद की आवश्यकता नहीं होती है एक धोखा दे देते हैं तो पैदावार में वृद्धि होने वाली है तो फर्स्ट माइक्रो न्यू फिल्म अच्छी कंपनी का सूक्ष्म पोषक तत्व खाद 5 किलोग्राम और सागरिका दानेदार 10 किलोग्राम इन तीनों को मिक्स कर के प्रति एकड़ की दर से चकमा देकर सिंचाई आपको करना है 


 दोस्तों 450 दिन के आसपास होती है 43 किलोग्राम की जैसी दलहनी और तिलहनी मटर की जो ग्रुप हैं 


यह दलहनी फसल के अंतर्गत आती है तो सालभर यदि तिलहन और दलहन फसलों पर साल भर की आपूर्ति करती हैं तो पैदावार है उसमें और ज्यादा बेस्ट देखने के लिए मिलता है तो इसीलिए सर कभी आपको प्रयोग जरूर करना कि आप कर रहे हैं यहां पर भी सरकार की पूर्ति हो गई तो इस प्रकार यदि आप खाद का शेड्यूल आवश्यकतानुसार न्यू ट्रेन की पूर्ति करते हैं जो न केवल पैदावार बढ़ेगी बल्कि फसल की जुबान वार है वह भी बहुत पानी आने वाली है बात कर लेते हैं जीवन चक्र दोस्तों तो मटर का जो जीवन चक्र लाइफ साइकिल है दोस्तों काफी ज्यादा डिपेंड करता है वह राइट इसलिए कुछ ऐसी होती हैं जो अली में छोटी वाली वैरायटी जल्दी तैयार होने वाली वैरायटी होती है |

जीवन चक्र की बात करें

और तो जीवन चक्र की बात करें तो वैरायटी पर ही डिपेंड करता है यदि आप बरेली में छुट्टी वैरायटी को लगा रहे हैं तो जल्दी तैयार हो जाती हैं और रेट में छुट्टी है फिर मिर्च मटर है तो पेंसिल मटर है तो उन पर लगभग आधा दर्जन के आसपास का समय लग जाता है उत्पादन यानी प्रोडक्शन की वैरायटी का नाम बताया है लगभग लगभग से प्राप्त होती हैआ गई थी मटर की खेती करते हैं तो लगभग लगभग 35-40 ₹100 किलोग्राम की कीमतें देखने के लिए मिलती हैं लागत के ऊपर बात करें तो लगभग लगभग 1 एकड़ में ₹25000 से लेकर ₹30000 के आसपास 1 एकड़ का जो खर्च है वह हो जाता है मटर की खेती करते समय आइए बात करते हैं मुनाफा तो भाई साहब मना पाए जो मटर का वह काफी ज्यादा मार्केटिंग रेट पर और पैदावार काफी ज्यादा डिपेंड करता है यदि हम को ₹25 की रेट मिल जाता है यानी ₹25 देते हैं तो कर देंगे तो ₹100000 हमारा लागत लगी हमारी 30,000 मुनाफा होगा हमारा एक लाख यदि 100000 में से 30000 घंटा देंगे तो ₹70000 हमारा शुद्ध लाभ है नेट प्रॉफिट हमारा हुआ ₹70000 तो इस प्रकार दोस्तों आप एक से 2 एकड़ पर या फिर से ज्यादा पर मटर की खेती करते हैं तो काफी अच्छा लाभ कमा सकते हैं काफी कम समय पर क्योंकि जो मटर की खेती मटर की खेती करें कीटनाशक स्प्रे करें बहुत ज्यादा बहुत ज्यादा खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है कम से कम टाइम पास अच्छा मुनाफा देने वाली उनकी फसल का भी नाम सबसे पहले आता है|




 

Labels: