अनार की खेती पुरी जानकारी। Anar ki kheti Puri jankari

All Jankari Here
By -

 अनार की खेती पुरी जानकारी। Anar ki kheti Puri jankari


टाइमिंग|


टाइमिंग एक पीरेड जून से सितंबर पर आप पौध रोपन कर सकते हैं सेकंड पीरियड आफ दिसंबर से मार्च के मध्य पर दोस्तों आप  पौधरोपण कर सकते हैं। टाइमिंग काफी उपयुक्त है शदियों पर गर्मियों पर दिसंबर से मार्च और बरसात के लिए जून से सितंबर के मध्य पौधरोपण कर सकते हैं |




जलवायु और मौसम|


 जलवायु और मौसम केऊपर बात करें तो राजस्थान के बाड़मेर सिरोही जालौर एवं महाराष्ट्र के तापमान और कम सर्दियों की आवश्यकता होती है खासकर महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सोलापुर की जलवायु है क्लाइमेट कंडीशन है काफी अनुकूल माने जाते हैं थोड़ा सा और थोड़ा कम सट्टा पड़ती क्योंकि फ्रूट स्टेज पर 35 से 38 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर होना चाहिए मिनिमम 10 से 12 और अधिकतम 40 से 42 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान अनार की फसल के लिए चल जाता है पोमग्रेनेट फार्मिंग के लिए अनार की खेती दोस्तों सभी राज्यों पर खेती कर सकते हैं खेती कर रहे हैं |




तो कौन सी वेराइटी को आप लगाएं हैं मार्केट क्लोवे राइटिंग है इस आर्टिकल के माध्यम से जो किसानों का डाटा प्राप्त हुआ है अच्छा उत्पादन देने वाली किस्मों के ऊपर केवल और केवल बात करती हैं नंबर 1 ज्योति के नाम से आती है नंबर दो मृदुला गणेश भगवा भूले भगवा सुपर को काफी ज्यादा पसंद किया जाता है और जालौर सीडलेस के साथ-साथ गांधारी वैरायटी वैरायटी सबसे ज्यादा लगाई जाती है में सबसे ज्यादा खुले भाग 12 गाड़ी ज्योति भाग बाराटी काफी ज्यादा प्रचलन में पॉपुलर है|




वेसल डोज|

वेसल डोज के ऊपर बात करें ग्रुप बना कर रहे कुछ किसान भाई गलती कर दी थी कि बुवाई के समय कोई भी खाद का प्रयोग नहीं करते हैं तो गोबर की खाद दो ट्रॉली सरसों की खली 5 क्विंटल एसएससी 50 किलो एम ओ पी 20 केजी और डीएपी 50 किलो इन सभी को मिक्स कर लीजिए अब थोड़ा भूमि उपजाऊ है तो डीएसएसबी को पचास परसेंट कम भी आप कर सकते हैं जानकारी प्रति एकड़ की दर से शेयर कर रहे हैं क्योंकि बीघा अलग-अलग है अलग-अलग राज्यों के हिसाब से क्षेत्र के अलग-अलग बतला रहे हैं तो 1 एकड़ में इससे डोज को 20 अनुज को आपको प्रयोग करना चाहिए |


बेड विधि|


बेड विधि से खेती करें यानी आपको सिंपल तरीके से नहीं बल्कि जलभराव खेत पर ना हो तो बेड विधि से खेती करें सज्जनों का विकास काफी अच्छा होता है b.Ed की चौड़ाई ढाई फीट रखिए बेडशीट की दूरी 10 से 12 फीट रखिए और बेड क्यों चाहिए बैठ सकते हैं अब एक ही कलर कितने पौधे लगाना चाहिए तो 1000 से 1200 पर्याप्त सिंचाई के लिए फ्लैट को भी अपना सकते हैं|




नर्सरी|

नर्सरी के ऊपर बात करें तो पिक टायर की रेट फॉर थे कोई आपको या फिर ग्राफ्टेड पौधे को ही आपको लगाना है या फिर चार-पांच साल पुराने पौधे से भी आप कलम निकालकर पौधरोपण कर सकते हैं और यदि आप नर्सरी से पौधे खरीदे दोस्तों तो ₹50 प्रति पौधा की कीमत देखने के लिए मिल सकते हो सकता है कुछ एरिया पर कुछ इलाकों पर भी देखने के लिए मिलती हैं|


प्लांट डिस्टेंस |

प्लांट डिस्टेंस के ऊपर बात करते हैं जो कि इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बतला रहे पौधे से पौधे की दूरी 6 फीट लाइन से लाइन की दूरी 10 से 12 फीट आपको रखनी चाहिए|




जब भी पौधरोपण कर रहे हो जो खादों के नाम बताएं उनको इस्तेमाल करना है और 15 दिन पहले पौधरोपण से एक घटा को लेना है और 15 से 30 दिन की तेज धूप आपको जरूर लगाना चाहेंगे फरक मात्र पर फील्ड पर नमी बना लीजिए उसके बाद पौधरोपण आपको काट देना चाहिए |



सिंचाई|

अनार की फसल पर मध्यम सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है भारी भूमि पर 15 से लेकर 20 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें और हल्की भूमि पर दोस्तों 10 से 12 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए सिंचाई आवश्यकता अनुसार ही करनी चाहिए|



खरपतवार नियंत्रण|

खरपतवार नियंत्रण के ऊपर बात करें तो निराई गुड़ाई सबसे बेस्ट है प्रॉपर निराई गुड़ाई करवाते रहें खरपतवार मुक्त फसल रखें अब जो अनार की फसल काफी समय बाद हम को देखने के लिए मिलेगी या नहीं मिलेगी तो उसके लिए आप फूलगोभी है आलू है व्हील्स है बरबटी टमाटर जैसी फसलों को ऊगा सकते हैं|




जिन्होंने 5 एकड़ पर अनार की खेती कर ली और पैदावार बिल्कुल भी नहीं निकाल पाए कारण हैं कैनोपी मैनेजमेंट यानी काफी ज्यादा डिपेंड करता है दोस्तों क्योंकि प्रॉपर अनार की फसल पर या फसल किया और मांग की देखभाल नहीं कर सकती है तो अनार की खेती बिल्कुल भी ना करें कि यार बहुत ज्यादा जरूरी है न्यूजेन जरूरी है एडिशन जरूरी है कैनोपी मैनेजमेंट कटिंग करना बहुत ज्यादा जरूरी है तो अनार की कटिंग करने से दोस्तों पौधे लंबाई में बढ़ने के बजाय पहला में बढ़ता चौड़ाई मारता है से उत्पादन बढ़ता है और काफी बढ़िया फ्रूट होते हैं तो कटिंग करना बहुत ज्यादा जरूरी है यानी फ्रूट्स तो 6 महीने पहले आपको कर देना चाहिए या नीचे होती है होती हैं उनको आप को काट कर देना चाहिए और एक पौधे पर चार से पांच को ही रखनी चाहिएउस हिसाब से आप को कटिंग करना चाहिए|



और आपको जो कटिंग करना है दोस्तों हुआ था ट्रांसप्लांट से पौधरोपण है कम से कम 10 से 12 महीने का हो जाए तब आप को रोने कटिंग करना चाहिए जैसी आप कटिंग करते हैं तो डायरेक्ट की समस्या देखने के लिए मिल सकती है यानी ऊपर साइड से टॉप साइड से सूखने की समस्या आ सकती है तो इसके लिए आप एक काम कर सकते हैं |


दवाई |

 जैसे धानुका कंपनी की दोस्तों कनिका फंगीसाइड आती है 15 लीटर पानी 4 ग्राम गोल करके ispree कर देना चाहिए कटिंग करने के बाद आपको सिंचाई करना बहुत ज्यादा जरूरी है इससे जो फसल है झटका नहीं आता है और प्रॉपर अच्छी ब्रांच इसकी संख्या देखने के लिए मिलती है|


क्रॉप|


 इसके अलावा दोस्तों बात आती है क्रॉप कवर में दाग धब्बे आ जाते हैं हरा मच्छर का प्रकोप सेकंड बेस्ट का प्रकोप के कारण फलों में दाग धब्बे आ जाते हैं तो क्रॉप कबर आप लगा सकते हैं क्रॉप कवर कई प्रकार के होते हैं प्लास्टिक पॉलीथीन वाले भी  आते हैं कपड़े वाले भी आते हैं तो जो मार्केट में सस्ते रेंज पर प्राप्त हो जाएं क्रॉप कबार यदि लगाते हैं तो फलों की जाती है बहुत ही चमकदार आकर्षित रंग देखने के लिए मिलता है तो रूटिंग स्टेज पर जब छोटे-छोटे फल देख रहे हो उस समय आपको जरूर लगाना चाहिए ग्रुप का बारिश के अलावा इस टिकट रेट लगाएं पीला और नीला टैब लगाएं सेंस रक्षक की टॉपर काफी अच्छा कंट्रोल मिलता है जो किया यह आर्टिकल पर देख रहा है इस प्रकार करो खबर लगाने से सृष्टि की ट्रिप लगाने से कम स्तर पर भी दोस्तों काफी बढ़िया तरीके से फसल पर अरे मच्छर कंट्रोल हो जाते हैं और अच्छी क्वालिटी वाला फल देखने के लिए मिलता है|




अनार की फसल पर दोस्तो बिल्ट की समस्या थी यानी फलता फूलता पौधा सूख जाता है दोस्तों तो इसके प्रबल रूप में जो इलाज है जो उपाय हैं कि आप जैसे ट्राइकोडरमा है ट्राइकोडरमा को भी आप स्वयं वेकेशन चला सकते हैं वायर कंपनी की एलइडी को टाटा की ताकत फंगीसाइड को चला सकते हैं लोग फंगीसाइड को आप स्वयं से चला सकते हैं तो या काम करना बहुत ज्यादा जरूरी पर भव्य रुप में बाकी प्रकार की फसल पर स्टेज पर 500ग्राम प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में घोलकर  करना चाहिए|

मार्केट|

मार्केट रेट के ऊपर दोस्तों बात करें तो हमारे किसान भाइयों को 50 से ₹60 के मध्य प्रति किलोग्राम का रेट देखने के लिए मिलता है यह वारसी पौधा है और 1 साल पौधरोपण करने के बाद 20 साल तक अनार के बाद 16 ले सकते हैं तीन-चार साल का पौधा फल देना स्टार्ट कर देता है यानी 4 साल तक तो नहीं लेकिन 4 साल 6 साल का पौधा है तो हार्वेस्टिंग के लिए पौधा तैयार हो जाता है और मिलना शुरू हो जाती है 



लागत|

एक एकड़ में अरे दोस्तों लागत आती अनार की खेती आप कर रहे हैं लगभग 90 से ₹95000 के करने लागत लगने वाली है |


उत्पादन|

कम से कम उत्पादन क्यों पर दोस्त बात करते हैं तो और 4 साल का पौधा पूर्ण विकसित माना जाता है और एक पौधे से 25 से 30 केजी फल की हार्ड स्टिंग देखने के लिए मिलती है|