तरबूज की खेती पूरी जानकारी| tharbuj ki kheti puri jankari
टाइमिंग यानी अनुकूल समय|
सबसे पहले दोस्तों बात करते हैं टाइमिंग यानी अनुकूल समय तो आप तरबूज की खेती यानी वाटर मेलन कि आप फार्मिंग जो उसका टाइमिंग है दिसंबर जनवरी से लेकर 8 मार्च के मध्य आप पौधरोपण कर सकते हैं तरबूज की खेती कर सकते हैं जलवायु और टेंपरेचर तो तरबूज की खेती के लिए दोस्तों जलवायु है क्लाइमेट कंडीशन है और जलवायु की आवश्यकता पड़ती है और यदि टेंपरेचर 18 डिग्री सेल्सियस माना जाता है और आप चाहे तो गेहूं कटाई के बाद भी वापस तरबूज की खेती उसी खेत में आप तरबूज को भी लगा सकते हैं|
भूमि और खेत की तैयारी |
भूमि और खेत की तैयारी के ऊपर बात करते हैं कि किस कार की सुबह और शाम की प्रिपरेशन कर आना चाहिए तो भूमि काली मिट्टी काली दो मार्ट पीली भूमि के साथ साथ है ज्यादा उत्पादन देने वाले जो भूमि है वह है रेतीली भूमि बालू और पाली दोमट पर काफी अच्छा उत्पादन देखने के लिए मिलता है मेड़ता की पीएच वैल्यू 5.5 से लेकर 7.5 तक चल जाती है खेत के चारों साइड साफ सफाई होना बहुत ज्यादा जरूरी है और यदि नीलगाय परेशान करती हैं तो आप तारबंदी भी दोस्तों कर लीजिए की तैयारी सर्वप्रथम एक से दोबारा को कल्टीवेटर कराना है उसके बाद से अब रोटावेटर की मिट्टी को ठीक करा लेना है बंद होगा जाती है |
बेड विधि से बेड बनाकर आपको मतलब प्लांटेशन करना चाहिए तो इस प्रकार आपको फॉर्म की प्रिपरेशन कर आना चाहिए यदि मेड़ता की पीएच वैल्यू संस्थान है तो 50 किलोग्राम जिप्सम का प्रयोग कर सकते हैं बात कर लेते हैं|
उन्नत सील किस्म|
उन्नत सील किस्म आर्टिकल के माध्यम से हम आपको उन्हें वैरायटी उन्हीं किस्मों के बारे में बतलाएं गे जिनका उपज उत्पादन काफी अच्छा हो भारत पर वैसे तो अब सैकड़ों वैरायटी है जो कि एरिया के हिसाब से क्लाइमेट कंडीशन के हिसाब से अलग-अलग हैं और पदम ज्यादा है लेकिन इस आर्टिकल के माध्यम से बतलाने वाले हैं|
उन्हीं का चयन हम इस आर्टिकल के माध्यम से दोस्तों स्वीकृत करने वाले जो आर्टिकल पर बने रहिए सब सर पहले नंबर एक पर जो है ना हम स्कीमेक्स के नाम से आती है नामधारी सीड्स की ns200 पंचानवे के नाम से आती है सिंह एंड कंपनी की शुगर क्वीन के नाम से आती है और संजय नगर वैरायटी आती है कंपनी की सीट सिंह के नाम से आती है अंकुर सीट की शुगर क्यूब के नाम से दोस्तों आती है तो इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको जॉब 56 वैरायटी के बारे में बतलाया 5 वैरायटी के बारे में उत्पादन काफी बढ़िया है तो आपकी सारी वैरायटी का सिलेक्शन कर सकते हैं|
प्रत्येक कल स्वीट्स यदि आप एक एकल पर तरबूज की खेती कर रहे हैं तो कितने स्वीट सी रिक्वायरमेंट पड़ने वाली है आई समझते हैं तो 150 ग्राम से के हिसाब से जानकारी दे रहे हैं और एक एकल में 43560 स्क्वायर फिट होते हैं एक वैज्ञानिक यदि आप 1 एकड़ पर तरबूज की खेती करते हैं तो 4000 से लेकर 5000 पौधे के आसपास की आवश्यकता पड़ने वाली है|
नर्सरी तैयार |
1 एकड़ पर दोस्तों नर्सरी तैयार यानी किस प्रकार आपको पौधशाला तैयार करना कैसे आपको पौधे तैयार करने चाहिए समझते हैं तो नर्सरी तैयार करने के लिए विधियां कई हैं लेकिन सबसे फेमस बिजी है प्लास्टिक प्रोटेपर आप किस प्रकार नर्सरी तैयार कर सकते हैं यह समझते हैं स्वास्थ हरी-भरी और रेशेदार जड़ युक्त नर्सरी तैयार करने के लिए दोस्तों आप प्लास्टिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल यूज कर सकते हैं प्लास्टिक प्ले में नर्सरी तैयार करते हैं तो 25 से 27 दिनों पर स्वास्थ हरी-भरी नर्सरी तैयार हो जाएगी प्लास्टिक पृथ्वी पर नर्सरी तैयार करने के लिए नारियल की खाद वर्मी कंपोस्ट तैयार करना है को मिक्स करके प्लास्टिक ट्रॉली भर कर के आपको एक एक भी जो कि आपको कॉल कर देना और जो मिश्रण है इस पर हल्की सी नमी होना बहुत ही जरूरी है अब जैसे आपने ठीक तरीके से के बीजों की बुवाई कर दी है अब प्लास्टिक कवर करके रख रहे हैं नहीं बाबा एंग्री ने खींची है नेट हाउस पर निकाल करके उनको रख दीजिए से जल्दी से जल्दी हो जाएगा और एक समस्या आदि नर्सरी पर दोस्तों बहुत ही गंभीर समस्या है कि लीफ माइनर भी आ जाता है और पीलापन समस्या देखने के लिए मिलती है और पौधा 1 बार अच्छे से नहीं ले पाता है तो इसके लिए आपको एक फॉर्मेशन अपनाना है अपनी नर्सरी नर्सरी जब 15 दिन से लेकर 70 दिन के आसपास के होती है तो आप को 1 लीटर पानी पर दोस्तों आपको लेना है तो ग्राम ऊपरवाला आपको और इसके साथ आपकी दुआ है मीटर की दर से आपको इस प्रकार देना कोई भी समस्या देखने के लिए नहीं मिलेगी इस प्रकार नर्सरी तैयार करने पर मात्र 25 दिनों पर स्वस्थ हरी-भरी नर्सरी तैयार हो जायेगी|
प्लांटेशन कर सकते हैं इस प्रकार यदि आप नर्सरी तैयार करती हैं तो और स्वस्थ और हरी भरी आज घर पर ही नर्सरी दोस्तों तैयार कर सकते हैं
वह तैयार आप तरबूज की खेती वृद्धि से ही करें इससे जड़ों का विकास काफी अच्छा होता है तो पेट में अफरा इससे आपको बेड फैशन कराना चाहिए दोस्तों बैठ के जो आपको थोड़ा ही रखनी है रखनी है तो उसे तीन पैग और वेट से बैठ की दूरी 6 पर रखनी है और बेड की ऊंचाई आप एक रख सकते हैं बेड में कार्य फ़र्टिलाइज़र से आपको परेशान कर आना चाहिए एडिशन यदि आप तरबूज की खेती₹50000 के आसपास का खर्च आने वाला है यदि ताब ग्रंटेड रुद्रपुर लग जाते हैं मल्चिंग पेपर के ऊपर दोस्तों बात करते हैं कि मल्चिंग पेपर कितने माइक्रोन का लगाना चाहिए मल्चिंग पेपर लगाने से जो फलों की क्वालिटी है वह प्रभावित नहीं होती पहली बार खरपतवार का जो जवाब बिल्कुल नहीं होता है यानी खरपतवार मुक्तसर रहती है और शिक्षा की भी काम आवश्यकता पड़ती है तो मल्चिंग पेपर आफ 25 माइक्रोन का मल्चिंग पेपर लगा सकते हैं मल्चिंग पेपर में आत्म चिंतन करना है तो आप उस पर 2 इंची बोल सकते हैं कुछ इस प्रकार पेपर में हंस कर रहे हो तो ट्रिप को बचाते हुए सावधानीपूर्वक आप कर सकते हैं|
बुवाई के समय जो न्यूट्रियम की पूर्ति करते हैं यदि करेंगे तो ज्यादा पैदावार भी देखने के लिए मिलेगी और काफी लाभ भी हमारी फसल को होने वाला है आशंका भी अच्छे से बनस्पति वर्णवाल लेगी तो दोस्तों जो भी सल्लू जानी स्टार्टिंग के प्राइमरी माइक्रोन्यूट्रिएंट्स पर आप सिंगल सुपर फास्फेट खाद 100 किलोग्राम लेना है 50 किलोग्राम योगा करना चाहिए दोस्तों बात कर लेते हैं प्लांट डिस्टेंस कि हमको कितनी दूरी पर तरबूज की खेती करना चाहिए अल्ट्रा हाई डेंसिटी पर आसपास में भी नहीं करना है पैदावार हमको अच्छी मिले तो इसके लिए जो आपको डिस्टेंस रखना पौधे से पौधे की दूरी दोस्तों आपको रागनी है तो लाइन से लाइन की दूरी आपको रखनी है पांच भेजो कि आप एक दूसरी वेट के धोरीमना डिस्टेंस काफी अनुकूल माना जाता है तो यह डिस्टेंस का भी उपयोग थे और उचित है|
प्लांटेशन किस प्रकार|
प्लांटेशन किस प्रकार करना चाहिए तरबूज की खेती का नहीं 5 दिन के अंदर शादी हो जाती है सबसे पहले फील्ड पर पर्याप्त मात्र परनामी होना सिंचाई कर लीजिए ताकि नामी हो और ना मैं मतलब फील्ड पर है तो आपको प्लास्टिक ट्रे से के पौधे को निकाल कर आपको प्लांटेशन करना चाहिए हल्के हाथों से आपको पौधे कुछ जाना है उनको प्रयास करना चाहिए और पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए और जैसे प्लांटेशन हो गया था एकदम सीधा होना चाहिए और दूसरी बात जो प्लांट से स्टार्टिंग के दिनों पर की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए दोस्तों वार्तालाप करते हैं इरिगेशन तरबूज की फसल पर किस प्रकार की सिंचाई यानी वाटर मैनेजमेंट को सुधार के रखना चाहिए यह समझते हैं|
यदि आप से खेती कर रहे हैं तो आपको सिंचाई की आवश्यकता पड़ेगी 3 दिनों के अंतराल पर दो कर सकते हैं 10 से 12 दिनों के अंतराल पर आपको सिंचाई करनी चाहिए सिंचाई का भी ज्यादा भूमि पर डिपेंड करती है अभी हाल की मिट्टी है अब की भूमि है तो थोड़ा सा आपको जल्दी जल्दी सिंचाई की आवश्यकता पड़ेगी और भारी भूमि है तो थोड़ा सा भी सिंचाई कर सकते तो सिंचाई आवश्यकतानुसार सिंचाई करनी चाहिए |
वेट कंट्रोल खरपतवार की रोकथाम|
वेट कंट्रोल खरपतवार की रोकथाम तरबूज की खेती पर किसी भी खरपतवार नाशक का स्प्रे करते हैं तो फसल को एक लंबा सा झटका आएगा तो सबसे बेस्ट है कि दोनों वेट के बीच में अधिक खरपतवार उठ चुका है तो निराई गुड़ाई सबसे व्यस्त है फर्स्ट निराई गुड़ाई 25 से 30 दिन और सेकंड हैंड रायपुर आई 55 से 7 दिन के आसपास की फसल होती है तो खरपतवार मुक्तसर रखनी चाहिए निराई गुड़ाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए जितनी ज्यादा भीड़ पर साफ-सफाई रहेगी उतना ही अच्छी तरीके से हमारी फसल बार-बार लेने वाली है दोस्तों बात करते हैं ड्रिंकिंग शेड्यूल टो ड्रिंक क्या है जहां पौध रोपण करते हैं तो उस समय पौधा जल्दी से मिट्टी होती है तरबूज की फसल पर करना है फर्स्ट ड्रिंकिंग तीन से चार दिन के आसपास की फसल होती है तो यू में एसिड 500 ग्राम और कार्बेंडाजिम 50% 400 ग्राम 200 लीटर पानी खोलना है और जड़ों के पास आप को प्रति एकड़ की दर से ग्रीटिंग कार्ड देना चाहिए सेकंड हैंड रिंग जब हमारी भाषा ट्रांसप्लांट छह-सात दिन के आसपास की होती है तो किसी अच्छी कंपनी का सूक्ष्म पोषक तत्व खादी ग्राम और ग्राम इन सभी को 200 ग्राम पानी में घोलकर के आपको जलन पास ट्रेन चेक करना है प्रति एकड़ की दर से यदि आप वैज्ञानिक तरीके से यदि आप मानचित्र में खेती करते हैं तो डेरिंग यदि आप करते हैं दोस्तों को जो बार-बार है वह काफी शानदार तरीके से देखने के लिए मिलने वाली है ऊपर दोस्तों बात करते हैं आमदनी में बहुत काम मिलने वाली है तो प्रॉपर यदि हम पोषक तत्वों की पूर्ति करते हैं वह कौन सी खाद के माध्यम से पोषक तत्वों की पूर्ति करना चाहिए तो दोस्तों का ही समझते हैं फर्स्ट खाद है जब हमारी तरबूज की फसल ट्रांसप्लांट से 20 से 25 दिन के आसपास की होती है तो यूरिया खाद कंपनी का 5 कर सकते हैं आप जब पास लेकर सिंचाई कर सकते हैं बेहतरीन आपको रिजल्ट देखने के लिए मिलेगा तो इस प्रकार यदि आप पोषक तत्वों की पूर्ति करती है अभी आप साधारण तरीके से खेती कर रहे हैं तो लेकिन आप से खेती कर रहे हैं दोस्तों इस वाटर साइकिल पूछ कि वो काफी ज्यादा इंसेक्ट पेस्ट काफी ज्यादा प्रभावित करते हैं तो कैसे हम कंट्रोल और रोकथाम करें आईएस समझते हैं और सबसे पहले समझते कि कौन-कौन से कीटों का प्रकोप देखने के लिए मिलता है प्रमुख रूप से फिट जैसे लाल का 2 मीटर है मार्केट से तरफ से लीफ माइनर व्हाइटफ्लाई है फिल्म अकेली है जो कि 3 लीटर पाउडरी मिलडायू है से मिलने मिनट और रुक जाती है इनकी रोकथाम के लिए सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है इसके लिए आपको ट्रैप लगाना चाहिए जिससे फल मक्खी पर बिना स्प्रे पर आप को कंट्रोल मिलने वाला है तो उस सूट लाइफ है रोमांटिक पर ऐसा होता क्या है तो उसके अंदर 1lu होता है जो की मक्खियों को आकर्षित करता है और जैसे मक्खियां सुनती हैं तो हम खेत कंट्रोल हो जाती आणि मर जाती है तो इस प्रकार भी आप 1 एकड़ पर 2020 दोस्तों पर्याप्त है और इसके साथ-साथ इस टिकट भी आपको लगाना है पीला और नीला ब्लू आपको लगाना है और मिलता है और इसके चारों साइड की खेती 40 ग्राम 15 लीटर की दर से आपको स्प्रे करना चाहिए सेकंड स्प्रे 30 से 35 दिन के आसपास की फसल होती है तो इन दोनों एक कीटनाशक है और एक फंगीसाइड दोनों को मिक्स करके 15 लीटर की दर से आप स्प्रे कर सकती हैं धारण स्प्रे 50-60 दिन के आसपास की फसल होती है तो एक फंगीसाइड और एक कीटनाशक जोगिया फोटो पर देख रहे हैं|
इन दोनों को मिक्स करके 15 लीटर की दर से आप कर सकते हैं तो तरबूज की फसल पर दूर से अधिकतम 3 की आवश्यकता होती है यदि रोग की बीमारी का प्रकोप थोड़ा सा है तो तीन स्प्रे और यदि का प्रकोप देखने के लिए मिलता है तो आप तो इस पर आप तरबूज की जो हार्वेस्टर उसको आप ले सकते हैं उसकी फसल पर सबसे ज्यादा मधुर फल मक्खी और लाल कद्दू वेदर इन का कंट्रोल करना रोकथाम करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है और फंगस पर लाइट है पाउडर इमिटेशन का प्रकोप देखने के लिए दोस्तों अधिक मिलता है और एक और समस्या आती है वह है विलियम ट्राइकोडरमा यदि फल का पौधा सूख जाता है और रोकथाम करने के लिए आता है इनको मिक्स करके चार-पांच दिन बाद एकदम तैयार हो जाती है |
लाइफ साइकिल |
आइए दोस्तों समझते हैं लाइफ साइकिल के ऊपर कि तरबूज की फसल लाइफ साइकिल कितनी है फर्स्ट हार्वेस्टिंग में जो प्रथम तोड़ाई में समय लगा 65 दिन और यदि नर्सरी में तैयार होने में जो समय लग जाता है वह है 25 दिन यदि ट्रांसप्लांट्स समान है तो 65 दिन के आसपास का समय लगता है हार्वेस्टर आने में और यदि हम 15 दिन भी फसल को चलाते दोस्तों तो यह मान लीजिए 75 80 दिन तो कम से कम लगभग लगभग 80 दिन 50 दिन की आस पास का समय तो लग ही जाता है तो यदि लाख से ऊपर बात करें तो आप ढाई से 3 महीने का अधिकतम समय मान सकते हैं तो यह जो तरबूज की फसल है कम दिन में ज्यादा से ज्यादा रेवेन्यू देने वाली फसल बहुत ज्यादा लंबा समय से फसल में नहीं लगता है बाजार यानी मार्केटिंग रेट हमारी किसान भाइयों को लेकर ₹20 के आसपास का रेट देखने के लिए मिलता है हमेशा रहता है यदि आप मार्केट में ले जाते हैं अच्छे हैं रुपए से लेकर 1000 रुपए के आसपास 1 एकड़ में लागत लगने वाली है आइए समझते प्रोडक्शन यदि आप तरबूज की खेती 1 एकड़ में करते हैं तो 1 एकड़ में जो इन्हें उत्पादन है तो सब क्विंटल के आसपास एक ही कलर पैदावार होने वाली है