आलू की खेती पूरी जानकारी | Aalu ki kheti Puri jankari
अनुकूल समय टाइम|
सबसे पहली बात करते टाइम अनुकूल समय 2 अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक तो आलू खेती की जाती है लेकिन नवंबर का जो महीना है काफी अनुकूल माना जाता है|
भूमि|
बात कर लेते भूमि तो आलू की फसल के लिए यदि का काली मिट्टी जो रहती है दोस्तों काफी ज्यादा ज्यादा अच्छी मानी जाती है |
पीएच वैल्यू तो जर्मनी पीएच वैल्यू 5:30 से लेकर 6:30 के आसपास रहनी चाहिए यदि 7:30 से आगे की खराब मानी जाती हैं इतनी ज्यादा पूरी रहेगी उतना ही अच्छे से हमारा जो जर्मनी है वह देखने के लिए दोस्तों मिलने वाला है आलू खेती आपको बेड बनाकर ही करनी चाहिए इससे आलू का साइज का भी पड़ने वाला है|
टेंपरेचर|
टेंपरेचर के ऊपर दोस्तों बात करते हैं मिनिमम टेंपरेचर 15 16 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 32 से लेकर 35 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर है मैक्सिमम चल जाता है|
खेत की तैयारी|
खेत की तैयारी में सर्वप्रथम मीडियम गहराई में चलने वाली अस्त होता है कल्टीवेटर्स से आपको पहली और दूसरी ब्लोइंग कराना चाहिए और उसमें से मिट्टी को भूरवरी कराना चाहिए और उत्तम जल निकास का प्रबंध तो होना बहुत ज्यादा जरूरी है यह बात करते हैं उन्नतशील केस में दो प्रमुख रूप से सबसे ज्यादा अच्छा होता है |
पुखराज जो कि सबसे बेस्ट वैरायटी है 70 से 90 दिन तैयार हो जाती है तो फिर बादशाह है जो कि 100 से 110 दिन के आसपास का समय लगता है इसके अलावा को परीक्षा की है जिसमें कि 90 से 100 दिन की आस पास का समय लगता है 10 दिन भी आप मान सकते हैं|
वैरायटी|
R रेडी के नाम से आती है इस वैरायटी का भी आप सिलेक्शन कर सकते हैं और चिप सोना बन और चिप सोना तेरी जैसी वैरायटी का सिलेक्शन आप कर सकते हैं 90 से लेकर 110 दिन के आसपास का 200 समय लगता है तो इन पांच बैराठी में सबसे ज्यादा उत्पादन देने वाली पुखराज और कुफरी लगा सकते हैं|
बीज उपचार|
बीज उपचार के ऊपर बात करते हैं ट्रीटमेंट यानी आलू की दुकान दो उपचार करने से काफी अच्छा लाभ मिलता है तो 10 से 12 लीटर पानी में 200 एलबी एसर कंपनी की जरूरत साइट सेट तरीके से बना लीजिए और आलू को डुबोकर आपको भी तरीके का कर आपको मतलब ऑटोप्लांट अफजाई करनी चाहिए और आप चाहें तो इस प्रकार करते हैं बुवाई के समय खाद्यान्न e65 दोस्तों पे संतोष पर एनपीके 12 32 16 3 बक प्रति एकड़ की दर से दोस्तों आलू की फसल पर फास्फोरस और पोटाश की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती तो एनपीके 12 32 16 तीन बैग और तू ट्रॉली गोबर की खाद केवल और केवल इन खादों का प्रयोग कर सकते हैं बहुत अच्छा रिजल्ट देखने के लिए मिलेगा और आलू की फसल पर थोड़ा सा ज्यादा ही औरतों की आवश्यकता होती है खासकर पोटाश और फास्फोरस तो आप जरूर करें यदि थोड़ी सी ज्यादा ही |
बैड तैयार|
बैड तैयार और प्लांट डिस्टेंस के ऊपर बात करते हैं भैया मुंगेली करनी चाहिए बेड की चौड़ाई ढाई बेड बेड बेड की दूरी डायवर्ट और पेट की ऊंचाई 1 से 38 दोस्तों आप रख सकते प्लांट डिस्टेंस आपको आलू से आलू यानी की दूरी 10 सेंटीमीटर और 245 सेंटीमीटर रखनी चाहिए 6 सेंटीमीटर आलू की बुवाई दोस्तों करनी चाहिए जाती है ऐसे में पटेटो आलू की बिजाई कर सकते हैं तो आपको एक बात ध्यान में रखनी है दोस्तों की आपको आलू की जब हाय फ्रेंड से ही आप करनी चाहिए सेकंड का काफी अच्छा विकास होता है|
सिंचाई|
सिंचाई के ऊपर बात करें तो यदि आप रेडिएशन से क्यारी नाली विधि से आपन सिंचाई कर रहे हैं तो 8 से 10 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए ट्रक से खेती कर रहे हैं तो आप दो-तीन दिनों के अंतराल पर दो 2 घंटे आपको सिंचाई करनी चाहिए आलू की फसल पर बहुत ज्यादा सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती लेकिन हल्की हल्की सिंचाई आपको करनी चाहिए आलू की फसल पर ज्यादा देर तक पानी खड़ा नहीं रहना चाहिए |
विट कंट्रोल|
विट कंट्रोल पर बात करें तो आप चाहे तो नंगे समय खरपतवार नाशक प्रियम अर्जेंट हरवी साइट मैट्रिब्यूशन 70 पर सेंट आफ रूपीस हरवी साइट को 100 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी गोल का क्या उपाय करना चाहिए इससे खरपतवार का जवाब नहीं होता है दोस्तों हमने आपको बताया था कि आलू की फसल पर ज्यादा से ज्यादा कर दो का विकास हो या फिर आलू को मोटा करने के लिए वजनदार करने के लिए मान लीजिए कोई हद होती है एस सी को आप को 80 है मैं लेना है तो 100 लीटर पानी में घोलकर के सिंचाई के साथ आपको चारों के पास दिला देना पैक्लोबूत्राजोल जा सकता उठाती है कि कल मैं 80ml पर्याप्त है जब बनस्पति बार-बार कंप्लीट हो जाए यानि पौधा अपनी बार-बार दोस्तों पूरी ले लेता हमको प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का इस्तेमाल करना चाहिए 65 70 के आस-पास होती है |
स्प्रे शेड्यूल|
स्प्रे शेड्यूल के ऊपर बात करते हैं पिक्चर से 10 64 बिट व्हाइटफ्लाई लेट ब्लाइट अर्ली ब्लाइट पोटैटो इसके जैसी समस्या देखने के लिए दोस्तों मिलती है स्टेशन के आसपास की फसल होती है तो आपको लेना है और कंपनी कहना है कि अगर वह लाइट है दोस्तों तो बीएसएफ कंपनी की कैपरी टॉप 40 ग्राम की दर सावित्री कर सकते हैं तो इस प्रकार दोस्तों आपको इस प्रेस शहडोल चलाना चाहिए अधिकतम लाइट है तो उस हिसाब से और ज्यादा फ्लाइट है तो फिर से आप अप्लाई कर सकते हैं और स्टार्टिंग काफी अच्छा काम करती है |
खादों |
लाइफ साइकिल के ऊपर बात करते हैं क्योंकि जो वैरायटी वैरायटी पर प्रकाश ज्यादा लाइट साइकिल डिपेंड करती है वैरायटी 90 दिन तो वहीं कुछ बैराठी सौ 10 दिन की आस पास का समय लगता है तो लाइफ साइकिल डिपेंड करती है कि वैरायटी कितने दिन में तैयार होने वाली है |
उत्पादन|
बात करते हैं उत्पादन तो इस प्रकार यदि आप खेती करते मैं तो 160 से 180 क्विंटल के आसपास पैदावार देखने के लिए मिलने वाली है अगले विषयों पर बात करते हैं 65 से ₹70000 के आसपास आलू में लागत लगने वाली है 1 एकड़ में बाजार भाव ₹800 से लेकर ₹12 कुंटल का हमारे किसानों को रेट देखने के लिए मिलता है जब बाजारभाव अच्छे रहे तब अपने आलू को आप को भेजना चाहिए पोटैटो सीड रेट के ऊपर बात करते हैं जब हमारे किसान भाई आलू खेती करते हैं तो जो 14 15 क्विंटल आग लगने वाला है तो प्रति क्विंटल ₹4000 कुंटल के आसपास के दोस्तों देखने के लिए मिलती है |
मार्किटिग रेट|
यदि हमारे किसान भाइयों को हजार रुपे कुंटल का ही रेट मिल जाता है और 170 कुंटल पैदावार हुई तो ₹170000 हमारा मुनाफा आ गया लागत लगी 70000 तो 170000 में हम 70000 घंटा देंगे तो दोस्तों हमारा जो नेट प्रॉफिट है वो आ गया ₹100000 तो आलू की खेती करके भी किसान भाई आई काफी अच्छा मोटा मुनाफा निकाल सकते हैं बशर्ते आलू की फसल पर मोटा करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी दोस्तों होता है मिट्टी को चढ़ाना चाहिए कम से कम 2 बार चढ़ाना चाहिए निराई गुड़ाई यानी मिट्टी को भी आपके पास मिट्टी को चलाना चाहिए जो कि आप एडवांस प्रकार देख रहे हैं आलू पर मिट्टी चढ़ाने से बहुत ज्यादा फायदा होता है और हाथों पर विशेष रूप से आपको ध्यान रखना चाहिए सेकेंडरी बागची है कि आलू की फसल जब अपनी वनस्पतिक बनवा ले ले जो कि हमने कल टाका बताया है कतार को भी आप इस स्प्रे करने के बजाय स्वयं एप्लीकेशन से चलाइए लाइट की समस्या जाती है तो आलू की फसल पर लाइट लाइट कि आपको फंगीसाइड किस लेने पड़ेंगे।
खेती करते हैं तो सिंचाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए बहुत ज्यादा सिंचाई नहीं करनी चाहिए से पीलापन की समस्या भी आती और कांड उतनी ज्यादा बार-बार दोस्तों नहीं ले पाते हैं तो आलू की फसल पर कुछ जरूरी बातें यदि आप फॉलो करते हैं तो पैदावार बहुत अच्छे से आप निकाल सकते हैं।